Ghaziabad News: गाजियाबाद में धार्मिक तनाव की स्थिति को देखते हुए, यूपी पुलिस ने अनिल यादव उर्फ छोटा नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना यति नरसिंहानंद सरस्वती के विवादास्पद बयानों के बाद हुई, जिनके चलते मुस्लिम समुदाय से जुड़े संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस घटनाक्रम ने शहर में तनाव बढ़ा दिया, जिसके कारण प्रशासन को शांति बनाए रखने के लिए सक्रिय होना पड़ा।
गुरुवार की रात, Ghaziabad पुलिस ने अनिल यादव को हिरासत में लिया। अनिल यादव, यति नरसिंहानंद का खास शिष्य माना जाता है और सार्वजनिक तौर पर दिए गए अपने विवादित बयान के चलते चर्चा में आया था। उसने कहा था कि अगर उसके गुरु का पुतला जलाया जाता है, तो वह दशहरे के दिन इस्लाम के प्रमुख व्यक्तित्वों जैसे अली, मोहम्मद और अबू बकर के पुतले जलाएगा। इस बयान के बाद धार्मिक तनाव और अधिक बढ़ गया।
इससे पहले, पुलिस ने यति नरसिंहानंद को 4 अक्टूबर की रात डासना मंदिर के उनके आश्रम से हिरासत में लिया था। वहीं, अनिल यादव गिरफ्तारी से बचते हुए कोर्ट में सरेंडर कर गया, जहां से उसे जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़े हो गए, क्योंकि पुलिस लगातार अनिल यादव की तलाश में जुटी थी, जबकि उसने कोर्ट में जाकर बिना किसी मुश्किल के जमानत हासिल कर ली।
Ghaziabad : छोटा नरसिंहानंद गिरफ्तार
अनिल यादव ने कोर्ट में सरेंडर कर ली थी जमानत
बीती रात 11 बजे यूपी पुलिस ने अनिल यादव को गिरफ्तार किया है#MahantYetiNarasimhanand #AnilYadav #ChhotaNarasimhanand pic.twitter.com/gvFIuUuaDI
— News1India (@News1IndiaTweet) October 11, 2024
स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए पुलिस ने अब सख्त रुख अपनाते हुए अनिल यादव को देर रात गिरफ्तार कर लिया। उस पर शांति भंग करने का आरोप लगाया गया है। शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और पुलिस लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी प्रकार की हिंसा या अन्य अवांछनीय गतिविधियों को रोका जा सके।
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Ghaziabad पुलिस का कहना है कि वे शहर में शांति और धार्मिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुलिस और प्रशासन ने शहर में किसी भी तरह की हिंसा की संभावना को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। नागरिकों से भी शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है ताकि तनावपूर्ण माहौल में किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील इलाकों में गश्त और निगरानी बढ़ा दी है।