Ghaziabad News: गाजियाबाद में HIV संक्रमण के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। यहां अब तक 2,160 एक्टिव केस दर्ज हो चुके हैं और अक्टूबर में टेस्टिंग के दौरान 51 नए मामले सामने आए हैं। मुख्य कारण सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज और नशे के दौरान संक्रमित सिरिंज का इस्तेमाल है। स्थिति पर नियंत्रण रखने के लिए अस्पतालों में ऑपरेशन से पहले और गर्भवती महिलाओं का HIV टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग हाई-रिस्क क्षेत्रों की पहचान कर लोगों को जागरूक करने में जुटा है, ताकि संक्रमण की इस कड़ी को तोड़ा जा सके।
क्या हैं HIV और AIDS ?
डॉक्टर के मुताबिक HIV जिसे human immunodeficiency virus कहा जाता है। वो एक ऐसा वायरस है जो इंसान के शरीर के रक्षा तंत्र को कमजोर कर देता है। जिस कारण व्यक्ति रोग से लड़ने में असमर्थ हो जाता है। AIDS जिसे Aquired immuno deficiency syndrome कहा जाता है। AIDS आखिरी चरण है जब शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और अलग-अलग बीमारियों का शिकार हो सकता है। हालाँकि HIV का पूरा इलाज नहीं है लेकिन दवाइयों से इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।
कितने मामले आए सामने ?
सीएमओ के मुताबिक गाजियाबाद में HIV और AIDS के 2160 एक्टिव मामले सामने आए हैं। अक्टूबर में टेस्टिंग के दौरान HIV- AIDS के 51 मामलों की पुष्टि हुई है। गाजियाबाद में इसे लेकर हालात पूरी तरह से सामान्य बने हुए हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्जरी और ऑपरेशन से पहले मरीज का एचआईवी एड्स का टेस्ट किया जाता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का एचआईवी टेस्ट होता है। टेस्टिंग में HIV- AIDS के मरीजों की पुष्टि होने के बाद काउंसलिंग की जाती है. मरीजों की कांटेक्ट ट्रैकिंग होती है।
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जागरूकता कार्यक्रम शुरु
स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाइ रिस्क क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं। गाजियाबाद में टैटू बनवाने से HIV और AIDS का मामला सामने नहीं आया है। इस तरह का डाटा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। HIV और AIDS के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं।