Ghaziabad News: गाजियाबाद के गौड़ कास्केड्स क्लब हाउस में चल रही चौथी श्रीमद्भागवत कथा का आज परीक्षित उद्धार की कथा के साथ समापन हुआ। इस अवसर पर वृंदावन से आए यशोदा नंदन महाराज जी ने अपने अद्भुत प्रवचनों से श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर महिलाएं और पुरुष भी मौजूद रहे। बता दें श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन श्रीधाम वृंदावन से आए यशोदा नंदन महाराज ने सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा सुनाई। सुदामा भगवान कृष्ण के सबसे अच्छे मित्र थे। वे संयमी थे और भिक्षा मांगकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे।
यशोदा नंदन महाराज ने सुदामा चरित्र का किया वर्णन
वृंदावन से आए यशोदा नंदन महाराज ने कथा सुनाते हुए बताया कि, सुदामा की पत्नी सुशीला ने सुदामा से बार-बार द्वारका जाने को कहा। पत्नी के कहने पर सुदामा द्वारका पहुंचे तो द्वारपालों ने उन्हें भिखारी समझकर रोक लिया। सुदामा ने बताया कि वे कृष्ण के मित्र हैं, तब द्वारपाल ने महल में जाकर भगवान से कहा कि कोई उनसे मिलने आया है। कृष्ण नंगे पांव दौड़ते हुए आते हैं और अपने मित्र को गले लगाते हैं।
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आगे उन्होंने कहा कि, कृष्ण सुदामा को सिंहासन पर बिठाते हैं और उनके पैर धोते हैं। सुदामा विदा लेकर अपने स्थान पर लौटते हैं और भगवान कृष्ण की कृपा से वे अपने स्थान पर महल बनाने में सक्षम होते हैं। सुदामा घास-फूस से बनी अपनी झोपड़ी में रहते हैं और भगवान का ध्यान करते हैं। श्रीमद्भागवत कथा भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, ज्ञानयोग, कर्मयोग, समाजधर्म, स्त्रीधर्म, राजनीति के ज्ञान से भरपूर है। मैंने श्रीमद्भागवत के अंतर्गत बड़ी श्रद्धा के साथ कथा सुनकर अपना जीवन धन्य कर लिया। 108 दीपों से भव्य आरती की गई और भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर सभी ने अपना जीवन धन्य किया।
22 दिसंबर को शुरू हुई कथा
कथा 22 दिसंबर को कलश यात्रा और भागवत पूजन के साथ शुरू हुई। तब से कथा के दौरान प्रतिदिन सुखदेव जी, वामन भगवान जी की झांकियों के प्रस्तुतीकरण के अलावा कृष्ण जन्मोत्सव, छप्पन भोग, फूलों की होली, कृष्ण सुदामा मित्रता और रुक्मिणी विवाह की प्रस्तुति भी श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय अवसर बन गई। महाराज यशोदा नंदन प्रसंग ने गौड़ समाज के निवासियों और उनके परिवारों को संस्कारवान, ईश्वर में रुचि रखने वाले और देशभक्त बताया। अपने जीवनकाल की 429वीं कथा का समापन करते हुए उन्होंने इसे अविस्मरणीय अनुभव और आनंद की अनुभूति बताया। साथ ही उन्होंने अगली कथा 30 दिसंबर से बिजनौर में आयोजित करने की घोषणा की।
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मुख्य आयोजकों में से एक अनुज शर्मा ने बताया कि संपूर्ण आयोजन सभी गौड़ कास्केड परिवारों के सहयोग से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी किया जा रहा है, कल 29 दिसंबर को पूर्णाहुति के बाद महाप्रसाद वितरण का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर कथावाचक का पगड़ी पहनाकर स्वागत भी किया गया।
कथा में ये लोग थे मौजूद
आज की कथा में भाजपा महानगर अध्यक्ष एवं गाजियाबाद सदर विधायक संजीव शर्मा, पूर्व पार्षद संजीव त्यागी, अजनारा से व्यापारी दुष्यन्त शर्मा, फ्लैट ओनर्स फेडरेशन से मनोज अग्रवाल एवं भगवान परशुराम सेवा न्यास से विजेन्द्र विद्रोही, गौरव बंसल एवं अन्य उपस्थित रहे।
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