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सात फेरे 10 संकल्प और बैलगाड़ी से होगी दुल्हन की विदाई, सुरविंदर के शादी का क्या है मकसद?

Ghaziabad News
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Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक अनूठे विवाह की तैयारी चल रही है। समाज में जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश करने के लिए सुरविंदर किसान अपनी शादी को सामाजिक महोत्सव के रूप में मनाने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दूल्हा और दुल्हन सात फेरे साथ 10 संकल्प भी लेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं दुल्हन की विदाई कार से नहीं बल्कि बैलगाड़ी से की जाएगी, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।

सामाजिक महोत्सव के रूप में होगा विवाह

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समाज में जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश करते हुए गाजियाबाद के रईसपुर गांव के सुरविंदर किसान अपनी शादी को एक सामाजिक महोत्सव के रूप में मनाने जा रहे हैं। यह विवाह केवल पारंपरिक रीति-रिवाजों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें सात फेरे के अलावा 10 संकल्प भी लिए जाएंगे, जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल होगी।

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सुरविंदर ने सोनीपत से किया BTech

बता दें कि, 28 साल के सुरविंदर ने भारत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गोहाना (सोनीपत) से सिविल में बीटेक किया है। एक साल तक नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में काम किया, लेकिन वहां उनका मन न लगा जिसके बाद वह गांव में ही बस गए। खेती को बढ़ावा, ग्राम और समाज उत्थान के लिए कार्य में रुचि लेकर रईसपुर गांव में शहीद भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित की। सुरविंदर किसान और उनकी मंगेतर प्रिया चौधरी ने इस शादी को दहेज-मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। वर पक्ष ने वधू पक्ष से किसी भी प्रकार का दान-दहेज लेने से इनकार किया और 11 हजार पौधे उपहार में लेने की मांग की है। इस निर्णय से समाज में एक नए सोच को बढ़ावा मिलेगा, जहां दिखावे और अनावश्यक खर्चों से बचते हुए पर्यावरण की रक्षा की जाएगी।

बैलगाड़ी से होगी दुल्हन की विदाई

गाजियाबाद में दो मार्च को आधुनिक सामाजिक महोत्सव नाम से होने वाले वैवाहिक समारोह में एक और नई पहल देखने को मिलेगी। अनूठी बात यह भी होगी कि दुल्हन की विदाई परंपरागत तरीके से बैलगाड़ी से होगी। आधुनिक वाहनों के बजाय बैलगाड़ी के उपयोग से जहां परंपरा को जीवंत किया जाएगा। वहीं, लग्जरी कार से वधू की विदाई और दहेज में गाड़ियों की मांग करने वाले लोभियों पर भी यह पहल समाज को सकारात्मक संदेश देगी।

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