Ghaziabad News: नवरात्रि का महिना हिंदू धर्म को मानने वालों के लिए बेहद खास माना जाता है। इस दिन नौ रुपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि में नौ दिन व्रत रखने और पूजा करने के बावजूद ऐसा माना जाता है कि कन्या पूजन के बाद ही देवी का आशीर्वाद मिलता है, लेकिन गाजियाबाद में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसके बारे में जानने के बाद हर कोई इसकी निंदा कर रहा है। माता-पिता अपनी नौ महीने की मासूम बच्ची को लावारिस हालत में देवी मंदिर में छोड़ गए। पुलिस को जानकारी मिलते ही पुलिस ने CCTV की मदद से माता-पिता की तलाश कर रही है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
बच्ची का कराया गया मेडिकल परीक्षण
दरअसल, यह पूरा मामला लिंक रोड थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मंदिर पहुंची और बच्ची को जिला MMG अस्पताल ले जाकर उसका मेडिकल परीक्षण कराया। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. राजीव वर्मा ने बच्ची का मेडिकल परीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है। मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस ने बच्ची को बाल संरक्षण समिति को सौंप दिया। समिति ने बच्ची को गोविंदपुरम क्षेत्र स्थित अनाथालय में रख दिया है।
CCTV में बच्ची को छोड़कर जाते दिखे पैरेंट्स
जब लिंक रोड थाना पुलिस ने घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली है। इसमें पता चला है कि सीसीटीवी में बच्ची को छोड़कर जाते एक महिला और पुरुष कैद हुए हैं। फुटेज के आधार पर पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।इस मामले की जानकारी मिलने के बाद लोगों का कहना है कि नवरात्रि के दौरान जब देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है, उस समय बच्ची को लावारिस हालत में छोड़ने वाले माता-पिता पत्थर दिल रहे होंगे।
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