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Thursday, January 30, 2025
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गाजियाबाद के टिंकू का अनोखा पक्षी प्रेम, कबूतरों के साथ दोस्ती ने मचाई हलचल

Ghaziabad News : गाजियाबाद के एक निवासी, टिंकू की अनोखी दोस्ती ने अब इलाके में सुर्खियां बटोरी हैं। उनका पक्षी प्रेम न केवल बेहद दिलचस्प है, बल्कि यह लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुका है। टिंकू के पास कबूतरों का एक अनोखा झुंड है, जो उनके इशारों पर कंधे पर बैठते हैं, आसमान में उड़ते हैं और चलते-चलते उनके हाथों पर आकर बैठ जाते हैं।

कबूतरों से दोस्ती की शुरुआत

टिंकू का यह विशेष संबंध बचपन से ही कबूतरों के साथ रहा है। उन्होंने कबूतरों का पालन-पोषण शुरू किया था, और समय के साथ कबूतरों ने उनकी इशारों की भाषा को समझ लिया। यह नजारा तब और भी आकर्षक हो जाता है जब टिंकू अपनी बाइक चलाते हैं और उनके साथ उड़ान भरते हैं कबूतर। ऐसा प्रतीत होता है जैसे टिंकू और कबूतर एक-दूसरे के बिना काम नहीं कर सकते।

इलाके में होती है चर्चा

इस अनोखी दोस्ती ने गाजियाबाद इलाके में हलचल मचा दी है। लोग टिंकू और उनके कबूतरों की तालमेल को देखकर हैरान रह जाते हैं। उनके साथ बिताए समय और उड़े हुए कबूतरों के दृश्य ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि सोशल मीडिया पर भी ध्यान आकर्षित किया है। टिंकू के अनुसार, उनका यह पक्षी प्रेम एक गहरी और अनोखी मित्रता है, जो उन्होंने खुद सीखी और पाला है। कबूतरों के साथ उनका संवाद अब एक कला बन चुका है, जिसमें शब्दों की बजाय इशारे और संकेत महत्वपूर्ण होते हैं।

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टिंकू कहते हैं, “जब मैंने कबूतरों को बचपन में पाला था, तब से हमारी दोस्ती गहरी हो गई। अब मुझे सिर्फ इशारे करने होते हैं और वे मुझे समझ जाते हैं। यह एक तरह का जादू है, और मैं इसे हर रोज़ महसूस करता हूं।”यह अनोखा उदाहरण न केवल पक्षी प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है कि एक मजबूत दोस्ती बिना शब्दों के भी बनाई जा सकती है, और यह सच्चे प्रेम और समर्पण पर आधारित होती है। इस अनोखी दोस्ती के बारे में लोगों का मानना है कि टिंकू और उनके कबूतरों की तालमेल ने एक नई मिसाल कायम की है, जो यह साबित करती है कि इंसान और जानवरों के बीच भी गहरी समझ और विश्वास हो सकता है।

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