Ghaziabad News : गाजियाबाद (27 नवंबर 2024): गाजियाबाद में बार एसोसिएशन के वकील अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं, जो लगातार जारी है। हाल ही में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने हड़ताल को खत्म करने की घोषणा की थी, लेकिन इस घोषणा के बाद वकीलों ने विरोध स्वरूप दीपक शर्मा का पुतला फूंककर अपनी असहमति जाहिर की और हड़ताल को जारी रखा।
वकीलों का कहना है कि उनकी मांगों के बिना हड़ताल को खत्म करना स्वीकार्य नहीं है। इसके चलते गाजियाबाद के वकीलों ने दीपक शर्मा को अपना अध्यक्ष मानने से इंकार कर दिया और एक नई नेतृत्व व्यवस्था की शुरुआत की। शबनम खान को बार एसोसिएशन का नया अध्यक्ष चुना गया है।
हड़ताल जारी रखने का ये है संकल्प
नए अध्यक्ष शबनम खान ने स्पष्ट किया कि गाजियाबाद में बार एसोसिएशन की हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक उनकी मांगों को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया जाता। उनका कहना है कि यह हड़ताल सिर्फ गाजियाबाद के वकीलों की ही नहीं, बल्कि न्याय की आहत और बेहतर न्यायिक प्रणाली की लड़ाई है।
क्या हैं वकीलों की मांगें
गाजियाबाद के वकील विभिन्न मुद्दों को लेकर अपनी मांगों का समर्थन कर रहे हैं, जिनमें न्यायिक व्यवस्था में सुधार, वकीलों के लिए बेहतर कार्य परिस्थितियाँ, और कोर्ट परिसर में सुरक्षा की बढ़ोतरी शामिल हैं। शबनम खान ने कहा कि वकील अपनी हक की लड़ाई जारी रखेंगे और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, हड़ताल समाप्त नहीं की जाएगी।
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अब वकील नए नेतृत्व के साथ एकजुट होकर अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। बार एसोसिएशन गाजियाबाद में आगे की रणनीति के तहत, वे विरोध और संवाद के माध्यम से सरकार और न्यायिक संस्थाओं पर दबाव बनाए रखने की कोशिश करेंगे।
सभी की नजरें इस संघर्ष पर हैं कि क्या वकील अपनी मांगों को मनवा पाते हैं और क्या यह हड़ताल न्यायिक व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।