विजिटर्स को लुभा रहा है आध्यात्म-आधुनिकता का ‘संगम’
Greater Noida/लखनऊ। भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम की जीवनगाथा का यह ग्रंथ अयोध्या में राम के जन्म से लेकर उनके वनवास के वर्षों और अंततः पुनर्स्थापना तक की कहानी बताता है। इन दिनों देशभर में राम के अयण यानि रामायण का मंचन चल रहा है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा में चल रहा ‘यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो’ का दूसरा संस्करण (यूपीआईटीएस 2024) भला इससे कैसे अछूता रह जाए।
यही सोचकर यूपीआईटीएस 2024 के आयोजकों ने इस सरकारी आयोजन में विश्व की सनातन संस्कृति के प्राण कहे जाने वाले श्रीराम और उनकी नगरी अयोध्या को एआई के जरिये सृजित किया है। बाकायदा एआई रामायण दर्शन नाम से पवेलियन बनाई गई है, जिसमें अयोध्या को उसके पुराने वैभव की कल्पना के छवि में ढाला गया है। इसके साथ ही भगवान राम के जीवनकाल से जुड़े प्रसंगों को भव्य तरीके से दिखाया गया है। पवेलियन में इन सबके बीच बैकग्राउंड में बजती सिया-राम की धुन चार चांद लगा रही है।
मॉर्डनाइज तरीका, आध्यात्म के दर्शन
यूपी इंटरनेशनल (GRATER NOIDA) ट्रेड शो में सूबे के संस्कृति विभाग ने ‘रामायण दर्शन’ नाम से स्टॉल लगाया है। यहां एआई जेनरेटेड रामायण के माध्यम से प्रभु राम के जीवन चरित्र का एक-एक प्रसंग विजिटर्स देख रहे हैं। प्रभु राम के गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने से लेकर स्वयंवर, वनवास, सीता हरण और लंका दहन से रावण वध तक का पूरा संवाद चरितार्थ करने की सफल कोशिश हुई हैं।
एआई से निर्मित छवियों में रामायण के सभी पात्रों की सादगी, वैभव, वास्तविकता और विरासत और अध्यात्म का आधुनिकता से अद्भुत संगम यहां विजिटर्स देख रहे हैं। यही कारण है कि यूपीआईटीएस में हर जगह प्रदर्शनी की चर्चा है। देश ही नहीं बल्कि विदेशी विजिटर्स प्रदर्शनी को देखकर खासे उत्साहित हैं।
ये भी पढ़ें : कहां है ? सरकार : यूपी में बाढ़ प्रभावित साढ़े नौ लाख लोग पूछ रहे सवाल
सेल्फी फ्लॉइंट बनी पवेलियन
सूबे के सांस्कृति विभाग की स्टाल पर लोग सेल्फी ले रहे हैं। ये कहना गलत न होगा कि संपूर्ण रामायण का साक्षात्कार कराने वाली संस्कृति विभाग की स्टॉल प्रभु श्रीराम छवि से विजिटर्स का सीधा साक्षात्कार करा रही है।