Greater Noida News: डीपीएस स्कूल खैरपुर में शिक्षा के अधिकार (RTE) के तहत बच्चों को दाखिला न दिए जाने पर किसानों ने स्कूल गेट पर शांतिपूर्ण धरना दिया। रुद्र नागर (उम्र 5 वर्ष) और दृष्टि नागर (उम्र 6 वर्ष) जिनके पिता आदित्य नागर गांव खैरपुर के रहने वाले हैं। इन्हें आरटीई के तहत डीपीएस स्कूल में दाखिला मिलना था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) द्वारा भेजी गई सूची में इन बच्चों के नाम फाइनल किए गए थे और 8 जुलाई 2024 को जारी पत्र के आधार पर इनका दाखिला होना था, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि डीपीएस स्कूल ने अलग-अलग बहाने बनाकर अब तक बच्चों का दाखिला नहीं किया है। स्कूल प्रशासन ने दाखिले पर आपत्ति बीएसए कार्यालय को भेजी थी। इसके बाद बीएसए कार्यालय ने दोबारा जांच की और स्कूल को ईमेल से तत्काल दाखिला देने के निर्देश भेजे, लेकिन स्कूल ने आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
स्कूल गेट पर शांतिपूर्ण दिया गया धरना
बता दें कि, 28 अक्टूबर को स्कूल प्रबंधन और किसान सभा के प्रतिनिधियों के बीच हुई वार्ता में स्कूल ने 4 नवंबर को एडमिशन लेने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बावजूद एडमिशन नहीं लिया गया। मजबूरन अखिल भारतीय किसान सभा के कार्यकर्ताओं और स्थानीय निवासियों को आज स्कूल गेट पर शांतिपूर्ण धरना देना पड़ा। किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने बताया कि स्कूल प्रशासन से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया और न ही कोई जवाब दिया।
स्कूल की बढ़ती जा रही मनमानी
डॉ. रूपेश वर्मा ने आरोप लगाया कि डीपीएस खैरपुर आरटीई एक्ट के तहत बच्चों के अधिकारों के हनन के लिए बदनाम हो चुका है और प्रबंधन लगातार मनमानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की निष्क्रियता के कारण स्कूल की मनमानी बढ़ती जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि आरटीई के तहत बच्चों को शिक्षा प्राप्त करना कानूनी अधिकार है और इसका हनन किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा।
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