Farmers Protest: ग्रेटर नोएडा में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 28 नवंबर को यमुना विकास प्राधिकरण परिसर में पहुंचे हजारों किसानों और महिलाओं का महापड़ाव शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। आंदोलन की रणनीति को लेकर एसकेएम के सभी संगठनों ने धरना स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उसके बाद जिला प्रशासन ने किसानों से तीनों प्राधिकरणों के सीईओ और डीएम व पुलिस कमिश्नर से रात करीब 8 बजे वार्ता करने को कहा। इस पर किसान राजी हो गए। लेकिन रात में बैठक नहीं हुई। जिसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच की तैयारियां तेज कर दी हैं।
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किसानो से नहीं हुई वार्ता
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से किसानों के साथ रात 8 बजे बैठक प्रस्तावित थी। किसानों ने वार्ता की तैयारी भी कर ली थी। लेकिन देर शाम करीब 7 बजे प्रशासन ने किसानों से कहा कि कुछ वरिष्ठ अधिकारी रात 8 बजे मौजूद नहीं रहेंगे। इसके चलते अभी वार्ता नहीं हो पाएगी। अब यह वार्ता रविवार सुबह करीब 10 या 10:30 बजे होगी। फिलहाल अभी समय तय नहीं हुआ है। किसान आपस में बातचीत को लेकर चर्चा कर रहे हैं। वहीं, 2 दिसंबर को किसानों के दिल्ली कूच की तैयारियां जारी रहेंगी।
किसानों की तरफ से आई चेतावनी
किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर 1 दिसंबर तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद उनकी मांगों का संज्ञान नहीं लेते और समस्याओं का समाधान नहीं करते तो वे 2 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे और दोनों सरकारों से जवाब मांगेंगे। इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ने का फैसला किया गया है।
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