Hardoi copying gang: यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल पर लगाम लगाने के लिए एसटीएफ ने जिले के दो परीक्षा केंद्रों पर छापा मारकर बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान पुलिस ने 10वीं कक्षा की 30 लिखी हुई और 49 खाली उत्तर पुस्तिकाएं बरामद कीं, जो परीक्षा केंद्र से बाहर एक निजी स्थान पर भरवाई जा रही थीं। इस संगठित नकल रैकेट में स्कूल प्रबंधन, शिक्षक और कुछ छात्रों की मिलीभगत पाई गई। पुलिस ने पूरे गैंग का पर्दाफाश करते हुए 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच जारी है, और प्रशासन परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए निगरानी बढ़ा रहा है।
दो परीक्षा केंद्रों पर छापेमारी
एसटीएफ की टीम ने थाना कछौना क्षेत्र के सुभाष महाबली इंटर कॉलेज और जगन्नाथ सिंह पब्लिक इंटर कॉलेज कटिया मऊ में छापा मारा। जांच के दौरान पुलिस को बड़ी संख्या में उत्तर पुस्तिकाएं बरामद हुईं, जिनका उपयोग नकल के लिए किया जा रहा था। अधिकारियों को पता चला कि इन उत्तर पुस्तिकाओं को परीक्षा केंद्र से बाहर ले जाकर लिखवाया जाता था, फिर दोबारा अंदर पहुंचाया जाता था। इस रैकेट को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया जा रहा था।
मास्टरमाइंड कौन?
Hardoi अपर पुलिस अधीक्षक नपेंद्र कुमार ने बताया कि इस नकल गैंग का संचालन स्कूल के प्रबंधक, प्रधानाचार्य और कुछ शिक्षकों द्वारा किया जा रहा था। इस पूरे खेल में छात्रों की भी संलिप्तता सामने आई है। गैंग छात्रों से पैसे लेकर उनके उत्तर पुस्तिकाएं बाहर ले जाता और बाद में उन्हें पूरी तरह लिखकर वापस जमा कर देता था। इस आपराधिक षड्यंत्र में शामिल 19 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ जारी है।
नकल पर प्रशासन का सख्त रुख
एसटीएफ की इस कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि नकल माफिया पर कड़ी कार्रवाई होगी और परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा इंतजाम और सख्त किए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि भविष्य में इस तरह की धांधली न हो सके। Hardoi अधिकारियों ने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।