Noida News: सितंबर-अक्टूबर में हर दिन दर्जनों डेंगू मरीज मिलने के बाद अब स्थिति में सुधार नजर आ रहा है। नवंबर में डेंगू के केस गिनती के रह गए हैं। इस से राहत तो है लेकिन इलाज के बाद कमजोरी, त्वचा की समस्याएं और पाचन से जुड़ी दिक्कतें नए चैलेंज बनकर उभरी हैं। लोगों के करना पड़ रहा है नई नई दिक्कतों को सामना।
जानें पूरा मामला
सितंबर-अक्टूबर में रोजाना 15-19 केस मिल रहे थे जबकि अब केवल 1-2 केस दर्ज हो रहे हैं। इस सीजन में कुल 590 केस सामने आए हैं लेकिन गंभीर लक्षण, जैसे आंतरिक ब्लीडिंग, नहीं देखे गए।मरीज कमजोरी, नींद की कमी, त्वचा पर दाने, बाल झड़ने और डाइजेशन की दिक्कतों से परेशान हो रहे हैं। हर दिन लार्वा खोजने और एंटी-लार्वा छिड़काव का काम जारी है।
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किन-किन समस्या से जूझ रहे मरीज
वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ता चला जा रहा है। डेंगू के कम होने के साथ वायरल बुखार और सर्दी-जुकाम के मामलों में इजाफा देखा गया है। अस्पतालों में अभी भी मरीजों की भीड़ बनी हुई है। जिससे इलाज में देरी हो रही है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इन समस्याओं का ज्यादा शिकार हो रहे हैं। कमजोरी, त्वचा की समस्याएं और पाचन से जुड़ी दिक्कतें भी नए चैलेंज बनकर उभरी हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक, डेंगू के बाद की समस्याएं लंबे समय तक रह सकती हैं लेकिन सही देखभाल और पोषण से मरीज जल्द ही सामान्य जीवन में लौट सकते हैं।
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