उत्तर प्रदेश: के बुलंदशहर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। डिबाई विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सी.पी. सिंह लोधी के एक विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विधायक ने भगवान परशुराम के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की है, जिससे क्षेत्र के ब्राह्मण समाज में आक्रोश फैल गया है।
इस बयान से आहत किसान यूनियन, महर्षि परशुराम सेवा समिति और ब्राह्मण समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने “विधायक डिबाई मुर्दाबाद” के नारे लगाते हुए डिबाई क्षेत्राधिकारी और उप-जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। महर्षि परशुराम सेवा समिति के सदस्यों ने अपनी मांगें रखते हुए चेतावनी दी है कि यदि 7 दिनों के भीतर विधायक के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना देंगे।
समाज के लोगों का आरोप है कि 1 अक्टूबर को डिबाई नगर में हो रही रामलीला के मंच से दिए गए भाषण में विधायक ने भगवान परशुराम के बारे में अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया। यह भाषण अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया है और सोशल मीडिया पर इसे लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है।
दूसरी ओर, भाजपा विधायक सी.पी. सिंह लोधी ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा राजनीतिक द्वेष भावना के चलते एडिट करके फैलाया जा रहा है, ताकि उनकी छवि धूमिल की जा सके। विधायक का दावा है कि उनके पूरे भाषण को अगर ध्यान से सुना जाए, तो उसका अर्थ कुछ और ही है। उनका कहना है कि वीडियो को काट-छांटकर गलत तरीके से पेश किया गया है, और उनके बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है।
विधायक ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो का खंडन करते हुए कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिससे किसी की भावनाएं आहत हों। उनका कहना है कि यह पूरी घटना उन्हें बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है, और उन्होंने इसके खिलाफ कड़ा विरोध जताया है।
इस बीच, इलाके में बढ़ते तनाव को देखते हुए स्थानीय प्रशासन भी सतर्क हो गया है। क्षेत्र के लोग, विशेष रूप से ब्राह्मण समाज, इस मुद्दे पर विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अगर समय रहते प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया, तो इस मामले के और बढ़ने की संभावना है।
ज्ञापन देने वाले लोगों का कहना है कि भगवान परशुराम के प्रति अपमानजनक टिप्पणी को सहन नहीं किया जाएगा और यदि विधायक ने अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगी या प्रशासन ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया, तो वे जिले में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
इस घटना के बाद स्थानीय राजनीति में भी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दल भी इस मामले को उठाते हुए विधायक पर हमला कर रहे हैं और भाजपा पर सवाल उठा रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि भाजपा के नेता अपने बयानों से समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं और इस मामले में पार्टी को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
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बुलंदशहर के डिबाई क्षेत्र में रामलीला के मंच से दिया गया यह विवादित बयान धीरे-धीरे राजनीतिक और सामाजिक मुद्दा बनता जा रहा है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन और भाजपा इस मामले को किस तरह संभालते हैं, क्योंकि यदि जल्द ही समाधान नहीं निकला, तो क्षेत्र में शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका बढ़ सकती है।
समाज के लोगों की मांग है कि विधायक के खिलाफ कार्रवाई हो और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। वहीं, विधायक का कहना है कि उनका बयान गलत तरीके से पेश किया गया है और उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं।
अब इस विवाद का अंत किस दिशा में होता है, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। अगर प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और जल्द ही कोई ठोस कदम उठाया, तो हो सकता है कि हालात काबू में आ जाएं। अन्यथा, मामला और ज्यादा गरम हो सकता है और विरोध प्रदर्शन बड़े स्तर पर हो सकते हैं।