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एसीईओ साहिबा से मिलना है तो, पहले अर्जी लगाओ

सीएम से मिलना आसान,अथॉरिटी अफसर से भारी

ग्रेटर नोएडा (यूपी)। आजकल ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी की एक एसीईओ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उम्मीद पर पलीता लगाते साफ नजर आ रही हैं। अथॉरिटी में सीईओ एनजी रवि कुमार से मिलना बेहद आसान है। उनके दरबार सीधे खुला रहता है। कई बार जब मीटिंग चल रही होती है, तो पर्ची सिस्टम चलता है। सहजता के अनुसार वह मिलने वालों को बुला लेते हैं। लेकिन एसीईओ प्रेरणा सिंह ने अपने ऑफिस में अलग ही कानून बना रखा है। मिलने वाला चाहे कोई भी हो, जब तक उनके दरबार में एप्लीकेशन नहीं लगती, तब तक वह किसी से नहीं मिलती।

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The mid-day post के नोएडा संवाददाता को कई लोगों ने फोन करके बताया, कि हम लोग मैडम प्रेरणा सिंह से मिलने गए अपने कामों को लेकर, हमने पहले अपने नाम की पर्ची भेजी जब अंदर से 1 घंटे तक कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई तो सीधे अंदर चले गए, मैडम ने कहा आप लोग अंदर कैसे आ गए लोगों ने कहा कि हमने पर्ची भेजी थी, उन्होंने कहा मेरे यहां मिलने से पहले एप्लीकेशन लगती है पर्ची सिस्टम मेरे ऑफिस में लागू नहीं है। आगुंतक तक ने कहा कि मैडम हम तो को सीईओ साहब से सीधे जाकर मिल लेते हैं और कभी-कभी पर्ची से तो प्रेरणा सिंह अपने बॉस के लिए कहती हैं कि उनका सिस्टम मुझे नहीं पता लेकिन मेरे यहां पर बिना एप्लीकेशन के मुलाकात नहीं होगी । कुल मिलाकर मुख्यमंत्री से लेकर तमाम बड़े अधिकारी जनता से बहुत आसानी से मिल लेते हैं लेकिन प्रेरणा सिंह जैसे अधिकारी सरकार को जनता की नजरों में विलेन बना रहे हैं। जिस तरह से भगवान के दरबार में अर्जी लगती है मनोकामना पूरी करने के लिए ठीक उसी तरह से अधिकारियों ने जनता के लिए यह नया कल्चर बना दिया है।

मैडम से अफसर भी परेशान
सूत्र बताते हैं कि सीईओ के यहां से फाइल जब डिपार्टमेंट में तमाम तरह की आख्या लिखने के लिए घूमती है, तो कई अधिकारी फाइल को तुरंत मूव कर देते हैं। लेकिन प्रेरणा सिंह के ऊपर आरोप है कि वह कई कई दिनों तक फाइल अपनी टेबल पर रखती हैं। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के ही कई अधिकारी सीईओ से उनकी शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन सीईओ कहते हैं नई अधिकारी है सीख जाएंगे , हालांकि सीईओ ने अपने स्तर पर भी तमाम ऐसे अधिकारियों को हिदायत दी है कि जनता से मिलने के लिए कोई भी वीवीआईपी सिस्टम नहीं होना चाहिए। लेकिन उनके कहने का भी कोई असर दिखाई नहीं देता।

मैडम बोलीं-आरोप बेबुनियाद
ग्रेनो प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह से जब इस मामले में बात हुई तो उन्होंने कहा कि आरोप बिल्कुल बेबुनियाद हैं। प्रतिदिन वो ऑफिस बैठती हैं। जनसुनवाई करती हैं। कभी किसी की एप्लीकेशन चाहिए, तो उनको बोला जाता है कि अगर आप एप्लीकेशन दे देंगे तो एक रिकॉर्ड रहेगा। ताकी कार्रवाई करना इजी रहे। कोई एकाद ऐसे ही बोला होगा। ऐसा कुछ नहीं है लोग प्रतिदिन आते हैं उनकी शिकायत सुनी जाती है उनके इशू रिजॉल्व होते हैं।

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