Noida: नोएडा के सेक्टर 135 के पास वाजिदपुर गांव के अवैध क्रेशर प्लांट एक बार फिर सुर्खियों में हैं। यहां हो रहे अवैध कार्यों के कारण स्थानीय लोग न केवल प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं, बल्कि इन क्रेशर प्लांट से जुड़े वाहनों की तेज रफ्तार से सड़कों पर मौत का साया मंडरा रहा है। हाल ही में हुए एक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया, जब एक ट्रक ने मोटरसाइकल सवार एक ही परिवार के तीन लोगों को कुचल दिया, जिसमें 6 वर्षीय मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई और बाकी दो गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की दर्दनाक तस्वीर
घटना तब हुई जब एक परिवार मोटरसाइकिल पर सवार होकर सेक्टर 135 के पास से गुजर रहा था। अचानक, Noida अवैध क्रेशर प्लांट का एक ट्रक तेज रफ्तार में आया और मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मोटरसाइकिल पर सवार तीनों लोग ट्रक के नीचे आ गए। मौके पर 6 वर्षीय बच्ची ने दम तोड़ दिया, जबकि बाकी दो लोगों को गंभीर चोटें आईं। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
स्थानीय निवासियों की परेशानी
यह हादसा इन अवैध क्रेशर प्लांट्स की वजह से होने वाली समस्याओं का एक मात्र उदाहरण नहीं है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ये क्रेशर प्लांट्स वाजिदपुर गांव और उसके आस-पास के इलाके में बड़ी संख्या में अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। ये प्लांट्स न केवल गांव की शांति भंग कर रहे हैं, बल्कि जानलेवा हादसों की संख्या में भी वृद्धि कर रहे हैं। ट्रकों की बेतहाशा आवाजाही और ओवरलोडिंग के कारण सड़कों की हालत खराब हो चुकी है, और इन वाहनों की तेज रफ्तार के चलते दुर्घटनाओं की आशंका हमेशा बनी रहती है।
प्रशासन की अनदेखी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार प्रशासन से इन अवैध क्रेशर प्लांट्स पर कार्रवाई की मांग की है, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला है। हाल ही में पूर्व प्रधान चरण सिंह और किशन पंडित का नाम भी इन क्रेशर प्लांट्स से जुड़ा बताया जा रहा है, जो इस अवैध कार्यवाही में संलिप्त हो सकते हैं। लोगों का सवाल है कि प्रशासन आखिर कब इन प्लांट्स पर ठोस कार्रवाई करेगा।
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पर्यावरण और स्वास्थ्य पर प्रभाव
इन Noida अवैध क्रेशर प्लांट्स के कारण वाजिदपुर गांव के लोग प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। धूल और गंदगी के कारण बच्चों और बुजुर्गों को सांस से जुड़ी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। न केवल हवा प्रदूषित हो रही है, बल्कि नदियों और जलाशयों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।
क्या प्रशासन जागेगा?
इस तरह के हादसे Noida प्रशासन के लिए एक चेतावनी हैं। बार-बार की गई शिकायतों और घटनाओं के बावजूद, प्रशासनिक कार्रवाई का न होना चिंताजनक है। सवाल यह है कि आखिर कब प्रशासन इन अवैध क्रेशर प्लांट्स के खिलाफ ठोस कदम उठाएगा और नोएडा के सेक्टर 135 को इन मौत के कारखानों से छुटकारा दिलाएगा।
न्याय की उम्मीद
इस हादसे ने एक मासूम की जान ले ली और बाकी परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। अब यह देखना होगा कि क्या प्रशासन इस बार हरकत में आता है, या फिर इस तरह के और हादसे होते रहेंगे।