spot_img
Friday, November 22, 2024
-विज्ञापन-

More From Author

Noida-NCR में वायु प्रदूषण का बढ़ा खतरा, सख्त नियमों के साथ GRAP स्टेज 1 लागू 

Noida Air Pollution: नोएडा समेत पूरे दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का पहला चरण 15 अक्टूबर से लागू हो गया है। इस पहल के तहत निर्माण गतिविधियों और अन्य कार्यों पर सख्त नियम लागू किए गए हैं। क्रेडाई ने अपने सदस्यों को पत्र जारी कर सभी नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की है। ताकि प्रदूषण पर नियंत्रण हो सके और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित हो सके। इसके साथ ही क्रेडाई ने निर्माण स्थलों पर धूल और कचरे के उचित प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया है। खासकर, 500 वर्ग मीटर या उससे अधिक के प्लॉट के लिए संबंधित राज्य के वेब पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। क्रेडाई ने एंटी-स्मॉग गन और पानी के छिड़काव जैसे उपायों का इस्तेमाल बढ़ाने की सलाह दी है, ताकि धूल को फैलने से रोका जा सके।

जांच और कार्यवाही के UPPCB ने तीन टीमों का गठन किया गया है। फिलहाल नोएडा का AQI 150 से ऊपर बताया जा रहा है। 200 के उपर जाने पर ग्रेप 1 और 300 के ऊपर जाने पर ग्रेप2 लागू किया जाता है। इसके साथ ही 400 के ऊपर जाने पर स्थित को गंभीर मानी जाती है।

क्रेडाई चेयरमैन ने बिल्डरों से की अपील

बता दें कि, क्रेडाई चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा कि हमारा उद्देश्य वायु प्रदूषण को कम करना है। सभी निर्माण कार्यों को वेब पोर्टल पर पंजीकृत करना अनिवार्य है। उन्होंने सभी बिल्डरों से इन नियमों का पालन करने का अनुरोध किया, ताकि दिल्ली-एनसीआर के लोगों को स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण मिल सके। क्रेडाई की यह पहल न केवल प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी, बल्कि सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण होगी।

Etah: मां ने बेटी को मरवाने की दी सुपारी, हिटमैन को बेटी से हुआ प्यार, दोनों ने मिलकर मां को ही मार डाला

इसके साथ ही SKA ग्रुप के निदेशक संजय शर्मा ने भी GRAP के नियमों का समर्थन करते हुए कहा कि हम सभी बिल्डरों से अनुरोध है कि वे GRAP के नियमों का पालन करें। स्वच्छ हवा और स्वस्थ पर्यावरण के लिए यह बहुत ज़रूरी है। हम सब मिलकर ही बेहतर और स्वच्छ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

GRAP स्टेज 1 के नियमो का पालन करना जरुरी

वहीं, काउंटी ग्रुप के निदेशक अमित मोदी का कहना है कि हमारे लिए GRAP स्टेज 1 के नियमों का पालन करना सर्वोपरि है। इससे न केवल निर्माण गतिविधियों पर असर पड़ेगा, बल्कि यह हमारे पर्यावरण की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम धूल नियंत्रण उपायों और उचित अपशिष्ट प्रबंधन जैसे सभी आवश्यक कदम उठाएंगे, ताकि हम प्रदूषण के स्तर को कम कर सकें।

मराठी और हिंदी सिनेमा के चर्चित अभिनेता अतुल परचुरे का निधन, कैंसर से जूझते हुए 57 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

Latest Posts

-विज्ञापन-

Latest Posts