India Qatar ties: भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। 18 फरवरी को हुए ‘द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी स्थापना समझौते’ के तहत व्यापार, निवेश, ऊर्जा, शिक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति बनी। कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने दीर्घकालिक आर्थिक साझेदारी को गहराई देने के लिए कई पहल की हैं।
आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को गति
कतर निवेश प्राधिकरण (QIA) ने भारत में अपना कार्यालय खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस पहल के तहत कतर ने भारत में 10 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। शुरुआती दौर में यह निवेश बुनियादी ढांचे, नवीकरणीय ऊर्जा और तकनीकी क्षेत्रों में किया जाएगा।
इसके अलावा, भारत-कतर संयुक्त व्यापार परिषद की दूसरी बैठक जल्द आयोजित की जाएगी, जिसमें 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने की रणनीतियों पर चर्चा होगी। दोनों देशों ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक संयुक्त व्यापार मंच की स्थापना का भी स्वागत किया है।
ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग
India Qatar ने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने के लिए एक संयुक्त कार्य बल का गठन किया है, जिसकी पहली बैठक मार्च 2025 में होगी। इसका उद्देश्य कतर से भारत को तेल और गैस की आपूर्ति श्रृंखला को सुनिश्चित करना और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा स्थापित करना है।
साथ ही, भारतीय एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) को कतर में लागू करने के लिए तकनीकी परीक्षण शुरू हो गए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच वित्तीय लेनदेन में आसानी होगी।
शैक्षणिक, सांस्कृतिक और सुरक्षा सहयोग
शिक्षा क्षेत्र में दोनों देशों ने छात्र विनिमय कार्यक्रमों और संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। वहीं, सांस्कृतिक संबंधों को प्रोत्साहित करने के लिए 2025 को ‘भारत-कतर संस्कृति, मैत्री और खेल वर्ष’ के रूप में मनाया जाएगा।
सुरक्षा के क्षेत्र में, दोनों देशों ने आतंकवाद और साइबर अपराधों से निपटने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह बनाया है। यह समूह खुफिया जानकारी साझा करने और साइबर सुरक्षा में सहयोग को बढ़ावा देगा।
इन समझौतों से India Qatar के बीच संबंधों में एक नया अध्याय शुरू हुआ है, जिससे दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग को और मजबूती मिलेगी।