Israel bus blast: इजरायल के तेल अवीव शहर में बुधवार को तीन बसों में जोरदार धमाके हुए, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। हालांकि, इन विस्फोटों में किसी की मौत की खबर नहीं है। सुरक्षा एजेंसियों ने दो अन्य बसों में भी विस्फोटक उपकरण पाए, जिन्हें निष्क्रिय कर दिया गया। इजरायली पुलिस इसे संभावित आतंकी हमला मान रही है और हमलावरों की तलाश में जुट गई है। इस हमले के बाद देशभर में बस, ट्रेन और लाइट रेल सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है ताकि सार्वजनिक परिवहन को सुरक्षित बनाया जा सके।
धमाकों के बाद सुरक्षा बढ़ी, जांच जारी
ये Israel bus धमाके बाट याम इलाके में हुए, जो तेल अवीव का एक प्रमुख हिस्सा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाकों के बाद आग की लपटें बसों से निकलती दिखीं और वहां अफरातफरी मच गई। पुलिस का कहना है कि इन बमों में टाइमर लगे थे, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह एक संगठित साजिश हो सकती है। जांच के दौरान कुछ विस्फोटक उपकरणों पर लिखा मिला “Revenge Threat”, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह हमला किसी पुराने हमले का बदला हो सकता है।
BREAKING: Three separate bus explosions rocked Tel Aviv, Israel in what authorities suspect was a coordinated terror attack.
– Two more devices were discovered on another bus and possibly the light rail.
– No injuries reported pic.twitter.com/1iO66jL1N3— Libs of TikTok (@libsoftiktok) February 20, 2025
इस घटना के बाद, एक टेलीग्राम चैनल ने पोस्ट किया, “हमारे शहीदों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। यह बदला है।” यह चैनल हमास की तुल्कारेम बटालियन से जुड़ा बताया जा रहा है, हालांकि इसने हमले की सीधी जिम्मेदारी नहीं ली है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सुरक्षा एजेंसियों के साथ उच्चस्तरीय बैठकें कर रहे हैं।
क्या यह हमला ‘पेजर अटैक’ का बदला है?
विशेषज्ञों का मानना है कि इन Israel bus धमाकों का संबंध इजरायल द्वारा लेबनान और सीरिया में किए गए ‘पेजर अटैक’ से हो सकता है। पिछले साल लेबनान और सीरिया में हुए इन हमलों में कई पेजर उपकरणों में विस्फोट हुआ था, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई और 4000 से अधिक लोग घायल हुए थे। इन पेजर्स में पहले बीप बजती थी और फिर अचानक धमाका हो जाता था।
इस हमले में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी की एक आंख चली गई थी, जबकि कई लेबनानी सांसदों के बच्चे भी इस हमले में मारे गए थे। इस खुफिया ऑपरेशन के पीछे इजरायल की एजेंसी मोसाद का हाथ था, जिसने ताइवान की एक कंपनी से खरीदे गए पेजर उपकरणों में विस्फोटक लगा दिए थे।
इजरायल ने खुद मानी थी पेजर हमले की जिम्मेदारी
लेबनान में हुए पेजर हमलों के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद स्वीकार किया था कि यह हमला उनकी एजेंसियों द्वारा किया गया था। इजरायल का दावा था कि इस ऑपरेशन में 40 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए और 3000 से अधिक घायल हुए थे।
अब तेल अवीव में हुए इन Israel bus धमाकों को उसी पेजर अटैक के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, इजरायली सुरक्षा एजेंसियां अभी जांच कर रही हैं कि इन हमलों के पीछे किसका हाथ है। इस बीच, वेस्ट बैंक और गाजा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और संभावित हमलावरों की तलाश तेज कर दी गई है।