Israel Gaza Attack: गाजा पट्टी पर इजरायल ने एक बार फिर जबरदस्त हमला करते हुए हमास के ठिकानों को निशाना बनाया है। मंगलवार सुबह हुए इस हमले में कम से कम 235 लोगों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जनवरी में प्रभावी हुए युद्धविराम के बाद यह सबसे भीषण हमला है। इजरायल ने इस कार्रवाई को लेकर दावा किया कि शांति वार्ता में प्रगति न होने के कारण उसे यह कदम उठाना पड़ा।
नेतन्याहू का बयान और अमेरिकी समर्थन
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम को आगे बढ़ाने के लिए चल रही बातचीत में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। उन्होंने हमले का आदेश देते हुए कहा कि अब इजरायल हमास के खिलाफ अपनी सैन्य ताकत का पूरी तरह इस्तेमाल करेगा। नेतन्याहू के कार्यालय ने यह भी बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ को इस कार्रवाई की जानकारी पहले ही दी जा चुकी थी और अमेरिका ने इजरायल के फैसले का समर्थन किया।
व्हाइट हाउस के अनुसार, हमले की नौबत इसलिए आई क्योंकि हमास ने युद्धविराम बढ़ाने के लिए बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेस ने बयान जारी कर कहा कि हमास के पास संघर्ष को टालने का मौका था, लेकिन उसने इसे ठुकरा दिया और लड़ाई को चुना।
गाजा में तबाही और हमास की प्रतिक्रिया
गाजा के दक्षिणी क्षेत्र में (Israel Gaza) खान यूनिस और दीर अल-बलाह में हुए हमलों के बाद चारों ओर धुएं के बादल दिखाई दिए। घायलों को एंबुलेंस के जरिए नासिर अस्पताल ले जाया गया, जहां की स्थिति बेहद दर्दनाक थी। मरीज फर्श पर पड़े हुए थे और दर्द से तड़प रहे थे। एक छोटे बच्चे के सिर पर पट्टी बंधी हुई थी जबकि एक लड़की हाथ में गंभीर चोट के कारण चिल्ला रही थी।
हमास ने इजरायल के इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि नेतन्याहू ने जानबूझकर शांति वार्ता को तोड़ने की कोशिश की है और इससे बंधकों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। हमास ने मध्यस्थ देशों से इजरायल को इस हमले के लिए पूरी तरह जिम्मेदार ठहराने का आग्रह किया।
भविष्य की स्थिति और बढ़ता तनाव
इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने चेतावनी दी है कि जब तक सभी बंधक सुरक्षित वापस नहीं आ जाते, तब तक यह लड़ाई नहीं रुकेगी। उन्होंने (Israel Gaza) कहा कि अगर हमास ने जल्द बंधकों को रिहा नहीं किया, तो गाजा में हालात और भी भयानक हो जाएंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले के बाद 17 महीने से चल रहे संघर्षविराम का अंत हो सकता है। गाजा के लोग दहशत में हैं और शांति की उम्मीदें लगभग खत्म हो चुकी हैं। इजरायल की कार्रवाई और हमास के पलटवार ने पूरे क्षेत्र में तनाव को और बढ़ा दिया है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले (Israel Gaza) को लेकर चिंतित है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहा है। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए शांति की कोई भी कोशिश जल्द सफल होती नहीं दिख रही है।