Jewar Airport:नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के विकास प्राधिकरण मिलकर नोएडा एयरपोर्ट और आसपास के इलाकों में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए तीनों प्राधिकरणों ने एक विशेष कंपनी (SPV) बनाने का फैसला लिया है। इस योजना का उद्देश्य उन क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन की कमी को दूर करना है, जहां मेट्रो सेवा नहीं पहुंची है।
500 इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा
SPV के तहत 500 इलेक्ट्रिक बसें चलेगी जिनमें से कुछ नोएडा को दिल्ली और अन्य पड़ोसी शहरों से जोड़ेगी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे के अलग-अलग रूट पर बसें संचालित होंगी।
- नोएडा: 13 रूट पर 257 बसें
- ग्रेटर नोएडा: 9 रूट पर 196 बसें
- यमुना एक्सप्रेसवे: 2 रूट पर 52 बसें
इन बसों को सेक्टर 82 और सेक्टर 90 के डिपो से संचालित किया जाएगा। बसों में 25 और 35 सीटों के दो विकल्प होंगे।
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लास्ट माइल कनेक्टिविटी पर फोकस
मेट्रो स्टेशनों से लास्ट Mile Connectivity के लिए यह सेवा जरुरी होगी। वर्तमान में यात्री ई-रिक्शा और बाइक जैसी सेवाओं पर निर्भर हैं। नई बस सेवा इस कमी को पूरा करेगी और शहर के यात्रियों को बेहतर सुविधा देगी।
कम किराया, अधिक सुविधा
नोएडा सिटी बस सेवा का किरायाDelhi Transport Corporation (DTC) के बराबर होगा। जिससे यह सस्ती और सुलभ होगी। बसें हर साल करीब 72,000 किलोमीटर चलेंगीयानी औसतन हर दिन 200 किलोमीटर।
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फरवरी 2024 तक सेवा शुरू होने की उम्मीद
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि bus operator के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उम्मीद है कि फरवरी 2024 तक बस सेवा शुरू हो जाएगी जबकि नोएडा एयरपोर्ट अप्रैल 2024 में चालू होगा।
चुनौतियां और समाधान
NeFOWA (Noida Airport Residents Association)के उपाध्यक्ष दीपांकर कुमार ने अतिक्रमण और ट्रैफिक भीड़ जैसी चुनौतियों की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने प्रमुख रूट्स जैसे सूरजपुर, परी चौक और नोएडा एक्सप्रेसवे को प्राथमिकता देने की बात कही।
सरकार की योजना और समर्थन
इस परियोजना पर 675 करोड़ रुपये खर्च होंगे। तीनों प्राधिकरण बसों के संचालन में होने वाले घाटे को साझा करेंगे। साथ ही, PM e-Bus सेवा योजना के तहत अतिरिक्त बसें खरीदने पर विचार किया जा रहा है।