Jhansi News : झांसी में बंटी और बबली फिल्म की तरह अपराध करने वाले पति-पत्नी पकड़े गए हैं। ये दोनों यूपी और मप्र पुलिस के लिए चुनौती बने थे। दोनों प्रदेशों में एक के बाद एक चोरी कर रहे थे। पति अरविंद रजक अब तक चोरी की 64 वारदात कर चुका है। जबकि चोरी में उसकी पत्नी ज्योति रजक पूरा साथ देती थी। पति का काम चोरी करना था और पत्नी चोरी का माल बेचा करती थी। इस काली कमाई की बदौलत दोनों ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे थे।
पति-पत्नी बनने से पहले दोनों लवर थे, लेकिन चोरी के मामले में प्रेमी को जेल जाना पड़ा। तब घरवालों के दबाव में प्रेमिका ने दूसरे जगह शादी कर ली। लेकिन कुछ समय बाद प्रेमी जेल से बाहर आया तो पति को छोड़कर उसी के साथ लव मैरिज कर ली । अब दोनों 3 माह में झांसी के अंदर चोरी की 7 वरदात कर चुके थे।
भाई से दोस्ती और बहन को दे बैठा दिल
32 साल का अरविंद रजक मप्र के ग्वालियर जिले के गांव आंतरी का रहने वाला है। फिलहाल वह झांसी के बरुआसागर कस्बे में रह रहा था। पुलिस के अनुसार, अरविंद का ग्वालियर का एक दोस्त था। दोनों का एक-दूसरे के घर पर आना-जाना था।
इस दौरान अरविंद की दोस्त की बहन ज्योति (30) से दोस्ती हो गई। ये दोस्ती कुछ दिनों बाद ही प्यार में बदल गई। अरविंद पहले अकेले ही चोरी किया करता था। 2018 में कानपुर नगर पुलिस ने उसे चोरी के मामले में अरेस्ट कर जेल भेज दिया था।
अरविन्द के जेल जाने के बाद प्रेमिका ने दूसरी जगह कर ली शादी
पुलिस के अनुसार, अरविंद के जेल जाने के बाद ज्योति अकेले पड़ गई। घरवालों के दबाव में उसको दूसरे जगह शादी करनी पड़ी। जिस जगह उसकी शादी हुई, वो संपन्न परिवार था। शादी के बाद उसका एक बेटा हो गया। इस बीच अरविंद जेल से बाहर आ गया।
कुछ समय बाद दोनों की लव स्टोरी फिर से चल पड़ी और दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया। तब ज्योति ने अपने पति और बेटे को छोड़कर 2021 में प्रेमी अरविंद से शादी कर ली थी। उनकी एक बेटी भी है।
बरुआसागर में रहकर झाँसी में देता था वारदात को अंजाम
अरविंद्र की मां का झांसी के बरुआसागर में मकान था। मां की मौत के बाद मकान खाली था। कानपुर और मध्य प्रदेश के कई जिलों में चोरी करने के बाद उसे पुलिस पहचानने लगी थी। तब उसे नए ठिकाने की तलाश थी। ऐसे में वह मां के खाली पड़े मकान में आकर रहने लगे। अब वह बरुआसागर या उसके आसपास वारदात नहीं करता था। वह बाइक से झांसी आता था और सूने घरों में चोरी करता था। इसके बाद चोरी का माल पत्नी बेचा करती थी।
कानपुर में एक साल में की थीं 30 चोरियां
झांसी पुलिस ने अरविंद की क्राइम हिस्ट्री जुटाई तो अपराध की लंबी लिस्ट देखकर पुलिस भी हैरान रह गई। 2017 से अब तक उसके ऊपर 64 केस दर्ज हो चुके हैं।
सबसे पहले 2017 में उसने कानपुर नगर के नौबस्ता थाना क्षेत्र में चोरी की दो वारदात की थी। इसके बाद 2018 में उसने कानपुर नगर में एक साल में चोरी की 30 से ज्यादा वारदात की।
इससे कानुपर पुलिस हिल गई थी। इसके बाद उसने मध्य प्रदेश की ओर रुख कर लिया। उसके ऊपर मध्य प्रदेश के दतिया, नर्मदापुरम, रामसेन, सीहोर में केस दर्ज हुए। अब 3 माह के अंदर वे झांसी के नवाबाद, कोतवाली और सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में 7 चोरी कर चुके थे।
अरविंद के बाद ज्योति को किया गिरफ्तार
रविवार यानी 25 फरवरी की सुबह स्वाट टीम और नवाबाद पुलिस कानपुर-खजुराहो बाइपास पर चेकिंग कर रही थी। तभी आरोपी अरविंद बाइक लेकर आया। संदिग्ध लगने पर पुलिस ने रोकना चाहा तो वह बाइक लेकर करगुवांजी वाले कच्चे रास्ते पर भाग निकला। तब पुलिस टीम ने पीछा किया। आगे चलकर आरोपी की बाइक स्लिप हो गई और वह गिर गया। पुलिस को पीछे आता देख आरोपी फायरिंग करने लगा।
तब पुलिस ने जवाबी फायरिंग कर उसके पैर में गोली मारी थी। पूछताछ में पता चला कि पत्नी ज्योति भी अपराध में शामिल है। वह चोरी का माल बेचा करती थी। तब उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों से 13 लाख रुपए कीमत के गहने, 40 हजार रुपए, तमंचा, बाइक और कारतूस बरामद हुए थे।
By Abhilash Bajpai