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Gzb Yeti Narasimhanand: नहीं होगी 36 बिरादरियों की महापंचायत, BJP विधायक का ऐलान, प्रशासन ने ली राहत की सांस

लोनी विधायक नंदकिशोर बोले-पुलिस की हरकतों से बिगड़ रहा माहौल

राहुल शर्मा

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Ghaziabad (यूपी)। गाजियाबाद में 13 अक्टूबर (रविवार) को होने वाली 36 बिरादरियों की महापंचायत अब नहीं होगी। लोनी से बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गूर्जर ने इसे स्थगित करने का ऐलान किया है। यति नरसिंहानंद सरस्वती के विवादित बयान के बाद उपजे विवाद में डासना मंदिर पर दूसरे समाज के लोगों के प्रदर्शन करने के विरोध में बुलाई गई इस महापंचायत के स्थगित होने से गाजियाबाद के पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। उधर, विधायक ने आरोप लगाया कि इस मामले को तूल देने में स्थानीय पुलिस की भूमिका है। नंदकिशोर गूर्जर ने पुलिस के फैसले को जिले में बिगड़े माहौल की वजह बताया।

सीएम कार्यालय से आया फोन

इस घोषणा को लेकर बीजेपी विधायक नंदकिशोर गूर्जर ने दावा किया कि उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर कई उच्चाधिकारियों ने फोन करके इस महापंचायत को स्थगित कराने का अनुरोध किया है। उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि डासना मंदिर पर कथित हमला करने वालों के खिलाफ इतनी सख्त कार्रवाई की जाएगी कि भविष्य में भी कोई ऐसा करने से पहले सौ बार सोचेगा। विधायक ने कहा कि उनके अनुरोध के अलावा आस-पास गांव के लोग भी महापंचायत के फैसले को सही नहीं बता रहे है, लिहाजा वक्त और हालात को देखते हुए महापंचायत का फैसला वापस लिया जा रहा है।

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पुलिस कमिश्नर पर फिर साधा निशाना

गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर के खिलाफ लगातार तीखे बयान देने वाले बीजेपी विधायक नंदकिशोर ने इस मामले में भी ठीकरा पुलिस कमिश्नर और स्थानीय पुलिस के सिर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि पुलिस के गलत फैसलों की वजह से ही इस मामले ने इतना तूल पकड़ा और हालात बिगड़े हैं। नंदकिशोर ने कहा कि महा पंचायत करने के लिए अनुमति मांगने वालों के खिलाफ ही पुलिस मुकदमें दर्ज कर माहौल को और ज्यादा बिगाड़ने का काम कर रही है। गौरतलब है कि दो दिन पहले कुछ हिंदूवादी नेता जिलाधिकारी कार्यालय में 13 अक्टूबर को डासना में होने वाली महापंचायत की अनुमति मांगने गए थे। इस बाबत ज्ञापन देने वाले आधा दर्जन लोगों के खिलाफ ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर दी। नंदकिशोर गूर्जर ने आरोप लगाया कि नशे में रहने वाले अफसर उल्टे-सीधे फैसले लेकर माहौल को बेवजह बिगाड़ने में लगे हैं।

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यति नरसिंहानंद का नहीं कोई सुराग

गाजियाबाद ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों में अपने विवादित बयान से माहौल बिगाड़ने वाले यति नरसिंहानंद का अभी तक कोई सुराग नहीं है। जहां पुलिस यति को तलाश करने की बात कह चुकी है, वहीं यति की संस्था से जुड़े लोग भी यति की तलाश में पुलिस अफसरों से अनुरोध कर चुके हैं। यति के लापता होने के पीछे चर्चाएं भी खूब हो रही हैं। कोई उन्हें पुलिस की सुरक्षा में हरसांव पुलिस लाईंन में किसी अज्ञात जगह पर हिरासत में रखने की बात कह रहा है, तो कुछ लोग गुप-चुप पुलिस के द्वारा यति नरसिंहानंद को जेल भेजने का दावा कर रहे हैं।

छोटा नरसिंहानंद पहुंचा जेल

गौरतलब है कि एक दिन पहले ही आपत्तिजनक बयानबाजी के आरोप में एक मुकदमें में आरोपी बने छोटा नरसिंहानंद उर्फ अनिय यादव ने गाजियाबाद की कोर्ट में सरेंडर किया था। बताया ये जा रहा है कि तबसे ही अनिल यादव डासना जेल में है। चर्चा है कि यति के जेल में पहले से ही होने की जानकारी मिलने के बाद ही छोटा नरसिन्हानंद उर्फ अनिय यादव ने सरेंडर करके खुद को डासना जेल पहुंचाया है ताकि यति के साथ रह सके। हालाकि नरसिंहानंद के जेल भेजे जाने की पुष्टि न तो जेल प्रशासन ही कर रहा है और ना पुलिस के आला अफसर।

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