Kalbe Jawad on Hussainabad Trust scam: लखनऊ में जुमे की नमाज के बाद मौलाना कल्बे जव्वाद ने वक्फ संशोधन बिल को लेकर बड़ा बयान दिया है। सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि हुसैनाबाद ट्रस्ट की संपत्तियों में पिछले 24 सालों से करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है। उनका कहना है कि ट्रस्ट की दुकानें जिला प्रशासन ने 5-5 लाख रुपये लेकर बांटी हैं और सरकार वक्फ की संपत्तियों को कब्जाने की साजिश कर रही है।
मौलाना Kalbe Jawad ने दावा किया कि करीब 80 फीसदी वक्फ संपत्तियों पर पहले से ही सरकार का कब्जा है और अब वक्फ संशोधन बिल के ज़रिए उस कब्जे को वैध बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा वक्फ संपत्तियों की देखभाल नहीं, बल्कि उन्हें हड़पने की है।
कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कल्बे जव्वाद ने कहा कि वक्फ की जमीनों पर सबसे पहले कांग्रेस ने कब्जा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जवाहर भवन और इंदिरा भवन कांग्रेस ने वक्फ की जमीनों पर बनवाए। मौलाना ने कहा कि आज बीजेपी वही कर रही है जो कांग्रेस ने शुरू किया था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कांग्रेस गुरु है, बीजेपी उसका शिष्य।”
प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान पर भी मौलाना ने प्रतिक्रिया दी जिसमें पीएम ने कहा था कि वक्फ संपत्तियों का सही इस्तेमाल नहीं हुआ, इसलिए मुस्लिम बच्चे पंचर बना रहे हैं। कल्बे जव्वाद ने पलटवार करते हुए कहा कि जब वक्फ संपत्तियों पर सरकार का कब्जा है, तो उनके सही इस्तेमाल की जिम्मेदारी किसकी है? उन्होंने सवाल उठाया कि हुसैनाबाद ट्रस्ट की करोड़ों की आमदनी में से कितनों की मदद की गई?
जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि संशोधन बिल में पाल ने बड़ी गड़बड़ी की है और उन्हें 100 बार इस्तीफा देना चाहिए।
मौलाना Kalbe Jawad ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट से राहत जरूर मिली है, लेकिन लड़ाई अभी जारी है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है और इंसाफ की लड़ाई वे अंत तक लड़ेंगे।