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Wednesday, February 5, 2025
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चार साल के बच्चे के गले फंसा टाफी, तीन घंटे तक तड़पता रहा बच्चा, फिर हुआ ऐसा…

Kanpur News: टॉफी देखते ही बच्चे उसे लेने की जिद करने लगते हैं और परिजन उनकी जिद पूरी भी करते हैं। लेकिन इस दौरान ज्यादातर परिजन यह भूल जाते हैं कि वह किस कंपनी की टाफी है या उसे बनाने में क्या क्या प्रयोग किया गया है। अक्सर इसका खामियाजा भी उठाना पड़ता है, ऐसे ही एक मामला कानपुर में सामने आया है। जहां पर गले में टाफी फंसने से 4 साल के बच्चे की मौत हो गई। परिवार बच्चे को लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल दौड़ता रहा, लेकिन 3 घंटे तक तड़पने के बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया। परिवार के लोगों ने टॉफी कंपनी मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

परिजनों ने पोस्टमॉर्टम कराने से किया इनकार

बता दें कि, बर्रा जरौली फेस-1 में रहने वाले राहुल कश्यप ने बताया- मेरे 4 साल के बेटे अन्वित ने रविवार शाम को मोहल्ले की एक दुकान से फ्रूटोला नाम की किंडरज्वॉय की तरह बाजार में बिकने वाली टॉफी खरीदी थी। खाते ही टॉफी बच्चे के गले में फंस गई और उसको सांस लेने में दिक्कत होने लगी। बच्चे की हालत बिगड़ते ही मां सोनालिका ने पानी पिलाया तो टॉफी गले के और अंदर जाकर फंस गई। इससे सांस लेने में ज्यादा तकलीफ होने लगी। इसके बाद माता-पिता बच्चे को पास के एक निजी अस्पताल और वहां से दूसरे अस्पताल ले गए। करीब 3 घंटे तक बच्चा तड़पता रहा, लेकिन बच्चे को सही इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई।

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दिवाली की वजह से नहीं मिले डॉक्टर

मामले को लेकर पिता राहुल कश्यप ने बताया कि, एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल चक्कर काटते रहे, लेकिन रविवार और दिवाली की छुट्टी होने के चलते कोई डॉक्टर नहीं मिला। बच्चा तीन घंटे तक तड़पता रहा, इसके बाद उसकी सांसें थम गईं। एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पिता ने बताया कि सोमवार सुबह परिवार के लोगों ने बर्रा थाने की पुलिस को मामले की जानकारी दी। बर्रा थाना प्रभारी राजेश शर्मा टीम के साथ मौके पर जांच करने पहुंचे और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की बात कही। परिवार के लोगों ने बच्चे का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस वहां से लौट गई और परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

इकलौते बेटे की मौत से परिवार पर टूटा पहाड़

दंपती राहुल और सोनालिका के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी। बेटे की मौत के बाद से परिवार के साथ बच्चे के दादी और बाबा रो-रोकर बेहाल हैं। वहीं, बच्चे की बहन और मां भी रोते-रोते बदहवास हो गईं। मोहल्ले के लोगों ने परिवार को किसी तरह संभाला। वहीं बच्चे की मौत के बाद दहशत में आए दुकानदार अपनी दुकान बंद कर भाग गया। परिवार के लोगों ने खाद्य विभाग से मामले में जांच करके कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।

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