कानपुर में आवारा जानवरों की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा शहरवासियों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। शहर के बर्रा इलाके में बीती 10 फरवरी की शाम करीब पांच कुत्तों ने एक साथ एक बच्चे पर हमला बोल दिया और उसे सड़क पर गिरा दिया, जिससे वह घायल हो गया। जब बच्चा अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा था, इस दौरान कुत्तों ने उसे कई जगह काट लिया।
बच्चे की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, जिसके बाद वहां से कुत्तों को वहां से भगाकर मासूम को बचाया गया। दो दिन बाद इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें पूरी घटना कैद हुई है।
कानपुर शहर के बर्रा में शनिवार शाम 11 साल के शुभम पर पांच कुत्तों ने हमला बोल दिया। खूंखार कुत्तों ने शुभम को दौड़ाकर सड़क पर गिरा दिया और उसे काटना शुरू कर किया। वहां मौजूद लोगों ने जैसे ही देखा तो दौड़कर शुभम को किसी तरह से बचाया।
शुभम के पिता उमेश को इस घटना की जानकारी मिली तो उसे प्राथमिक इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। इस घटना के बाद लोगों ने आवारा जानवरों को लेकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया और नगर आयुक्त से मांग की है कि आवारा जानवरों को यहां से पकड़वाया जाए।
दोगुना हो गया Dog Bite का ग्राफ
शहर में कुत्तों के काटने का ग्राफ पिछले 15 महीने में दोगुना हो चुका है। पहली बार कुत्ते मुंह और गर्दन के आसपास ज्यादा काटने लगे हैं। इसका सबसे ज्यादा रिकार्ड दर्ज किया गया है। इससे अब एआरवी (एंटी रैबीज वैक्सीन) की एक डोज नाकाफी हो गई है। कुत्तों के हमले का शिकार हुआ व्यक्ति चार डोज लगाने से ही संक्रमण से बच पा रहा है। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक, कुत्तों ने इस दौरान 45,027 लोगों को काटा, जिसमें से 17,810 लोगों के मुंह और आसपास हमला किया।
15 महीने में 13 लोगों ने जान गंवाई
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार कानपुर में बीते 15 महीने में आवारा जानवरों ने 13 लोगों की जान ले ली। बीती 16 जनवरी को बर्रा के ई-ब्लॉक में स्थित विश्व बैंक के पास सांड ने घर लौट रहे छात्र राज को मौत के घाट उतार दिया था। इसी तरह रेल बाजार में बीते दिसंबर में 65 साल के बुजुर्ग की सांड के हमले से मौत हुई थी। इसी तरह सांड के हमले से बजरंग दल के नेता प्रखर की मौत हो चुकी है।