kanpur News: कानपुर की महिलाएं आए दिन बैड टच, छेड़छाड़ और अपमानजनक हरकतों का शिकार होती हैं। घर से लेकर ऑफिस, पब्लिक व्हीकल से लेकर बाजार तक, यह समस्या हर जगह दिखाई देती है। लोकलाज और डर के चलते महिलाएं इन घटनाओं को नजरअंदाज कर देती हैं लेकिन ऐसा करना कई बार गंभीर नतीजों का कारण बन जाता है। कानपुर कमिश्नरेट की वीमेन हेल्पलाइन इंचार्ज अंकिता शर्मा के अनुसार चुप्पी साधने की बजाय इस तरह की हरकतों का विरोध करना और पुलिस को जानकारी देना बेहद जरूरी है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति के तहत कानपुर में कई कदम उठाए गए हैं। हेल्प डेस्क से लेकर थ्री-लेयर मॉनिटरिंग सिस्टम तक पुलिस प्रशासन महिलाओं को न्याय दिलाने का प्रयास कर रहा है
थ्रीलेयर की जा रही monitoring
कानपुर कमिश्नरेट में मिशन शक्ति के फेस पांच के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा की जा रही है। शासन के निर्देश के बाद शहर के हर थाने में महिला हेल्प डेस्क इसकी मॉनीटरिंग के लिए जोनल डेल्प डेस्क और सभी जोनों की मॉनीटरिंग के लिए सेंट्रली हेल्प डेस्क बनाई गई है। यानी अगर आपकी सुनवाई थाने की हेल्प डेस्क और जोनल हेल्प डेस्क पर नहीं होती है तो आपकी शिकायत का निस्तारण शत प्रतिशत सेंट्रली हेल्प डेस्क में होगी।
Three Layered Monitoring के बाद भी कम नहीं हो रही शिकायतें
थ्री लेयर्ड मॉनीटरिंग के बाद भी न तो शिकायतें कम हो रही हैं और न ही शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण हो रहा है। हालांकि बात करने पर पुलिस अधिकारी महिला संबंधी क्राइम का शत प्रतिशत निस्तारण की बात कह रहे हैं लेकिन इसी विभाग का आंकड़ा ये चुगली कर रहा है कि इस विंग से जुड़े लोग सही से काम नहीं कर रहे हैं।
थाने में Compromise के बाद दोबारा आ जाती शिकायत
एक छात्रा ने बताया कि वे दो बार शिकायत कर चुकी है, मॉनीटरिंग के लिए कॉल भी आती है। ये भी पूछा जाता है कि आप संतुष्ट हैं या नहीं, नहीं कहने पर दोबारा संपर्क करने की बात कही जाती है लेकिन कुछ हो नहीं पाता। एक दूसरा मामला नजीराबाद थानाक्षेत्र के लाजपत नगर का है। एक महिला अपने सास और पति के साथ गोद में बच्चा लिए घर के सामने स्थित किराना कारोबारी की शिकायत करने आई। उसका कहना था कि किराना कारोबारी उसे देखकर अश्लील इशारे करता है। इंस्पेक्टर ने उसे महिला हेल्प डेस्क पर भेजा।
इसे भी पड़े: Greater Noida News: सोफा फैक्ट्री में लगी भिषण आग, तीन कर्मचारियों की रुह कपाने वाली मौत
पीड़िता का कहना था कि साहब दो बार हो आए लेकिन निस्तारण नहीं हो सका। ये दो मामले है हेल्प डेस्क पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि थाने में कंप्रोमाइज के बाद दोबारा मामले आ जाते है। उसकी री-मॉनीटरिंग भी कराई जाती है।
पीड़िता और आरोपी के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी निगरानी
मिशन शक्ति की नोडल इंचार्ज अर्चना सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर आरोपी और पीड़िता के सोशल मीडिया अकाउंट्स की निगरानी भी की जाती है। एक्स, फेसबुक और यू ट्यूब पर लगातार निगरानी की जाती है। प्रयास किया जाता है शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण किया जाए। उनका ये भी मानना है कि घरेलू हिंसा में लोग कम शिकायत करते हैं, लेकिन किसी भी तरह इस तरह की घटनाओं में बिना हिचक के और बिना शर्म के न सिर्फ इसका प्रतिरोध करें बल्कि इसकी जानकारी हेल्पलाइन के माध्यम से पुलिस को दें।
इस पर भी नजरें रखें: kanpur News: 8 घंटे साइबर ठगों के चंगुल से बाल-बाल बचा कारोबारी, बाहर निकले में ऐसे हुआ कामयाब
ऑफिस और पब्लिक व्हीकल्स की शिकायतें कम
एक महिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑफिस और पब्लिक व्हीकल में बैड टच और छेड़छाड़ की शिकायतें कम आती हैं। शिकायतें न करने और हरकतों को बर्दाश्त करने की वजह से कई महिलाएं डिप्रेशन का शिकार हो जाती है लिहाजा शिकायत करें जिससे आपकी शिकायत का समाधान किया जा सके। मिशन षक्ति की नोडल आफिसर अंकिता शर्मा का कहना है कि 1090 और डॉयल 112 पर अपने साथ होने वाले बैड टच की जानकारी दें। पुलिस की टीमें लगातार रूरल एरिया में महिलाओं को उनके अधिकार और कानून की जानकारी दे रही है। साथ ही स्कूलों में बैड टच की जानकारी भी दे रही है।