Kanpur Bar Election: एशिया की सबसे बड़ी बार एसोसिएशन कही जाने वाली कानपुर बार एसोसिएशन का चुनाव 24 अक्टूबर को DAV लॉन में होने हैं। इसलिए प्रत्याशियों ने अपनी जीत के लिए प्रचार तेज कर दिया है। दिनभर कचहरी परिसर में प्रत्याशियों ने समर्थकों के साथ जनसंपर्क किया और अधिवक्ताओं के चेंबर पहुंचकर समर्थन मांगा। कचहरी बंद होने के बाद शाम को अधिवक्ताओं के घरों पर भी प्रत्याशियों ने दस्तक दी, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ा पूरा मामला।
21 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिए होगा मतदान
बार एसोसिएशन चुनाव को अब सिर्फ एक दिन बचा है। 23 अक्टूबर को प्रचार के बाद 24 को डीएवी लॉन में 21 सदस्यीय कार्यकारिणी के लिए मतदान होगा। इसलिए प्रचार ने तेजी पकड़ ली है। मंगलवार को कचहरी परिसर में हर कोने से एक टोली जनसंपर्क करने निकली। अध्यक्ष, महामंत्री, वरिष्ठ व कनिष्ठ उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष के प्रत्याशियों के साथ संयुक्त मंत्री, मंत्री आदि पदों पर ताल ठोंक रहे प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ अधिवक्ताओं से मिलकर समर्थन मांगा।
अटकलों के बीच SP उम्मीदवार ने फूलपुर से किया नामांकन दाखिल, अब कांग्रेस का क्या होगा अगला फैसला?
प्रत्याशियों ने बताया अपना ये बड़ा एजेंडा
वहीं, सोशल मीडिया पर अपनी प्राथमिकताएं गिनाकर दावेदार अधिवक्ताओं का अपने पाले में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। दिन में कई चेंबरों में बैठकें भी हुईं। जहां प्रत्याशियों ने अपना एजेंडा गिनाया। अध्यक्ष पद पर आठ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पर सात, कनिष्ठ उपाध्यक्ष पर सात, महामंत्री पद पर आठ, मंत्री पद पर चार, कोषाध्यक्ष पद पर पांच प्रत्याशी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। संयुक्त मंत्री प्रशासन के लिए छह, संयुक्त मंत्री प्रकाशन पद पर सात, संयुक्त मंत्री पुस्तकालय के लिए छह प्रत्याशी मैदान में हैं। वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य के लिए 18 और कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य के लिए 23 प्रत्याशी मैदान में हैं।
15 बूथों पर पड़ेंगे वोट, स्कैन होगा बार कोड
6516 मतदाता डीएवी लॉन में 15 बूथों पर वोट डालेंगे। कुल 99 प्रत्याशी विभिन्न पदों पर चुनाव मैदान में हैं। एल्डर्स कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार मतदान के दिन सेना के रिटायर्ड कर्मियों की तैनाती की जाएगी। मतदान पर्ची पर अंकित क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद ही मतदाताओं को बूथ के अंदर प्रवेश मिलेगा। इस काम की जिम्मेदारी एल्डर्स कमेटी के पर्यवेक्षकों ने राजेश यादव व धीरेंद्र वीर सिंह को सौंपी है।
शिक्षकों की कैडर बदलने की मांग अब होगी पूरी , यूपी के 15,000 स्कूलों में देखने को मिलेगा बदलाव