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Thursday, November 21, 2024
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UPSC छात्रों का सवाल ‘कुंभ में 3 करोड़ सम्भव तो 10 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा क्यों नहीं?’ जानें पूरा मामला

Kanpur News: कानपुर में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षाओं को लेकर छात्रों में गहरी नाराजगी है। आरओ-एआरओ (समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी) और PCS की प्रारंभिक परीक्षाओं को एक ही दिन में कराने की मांग करते हुए स्टूडेंट्स ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन के साथ आंदोलन की राह पकड़ ली है।

समाजवादी छात्र सभा ने जिला अधिकारी के माध्यम से UPPSC को ज्ञापन सौंपते हुए दो दिनों की परीक्षा व्यवस्था को मनमानी करार दिया है। इनका कहना है कि यदि प्रयागराज में कुंभ जैसे महापर्व में तीन करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था हो सकती है, तो एक साथ दस लाख युवाओं की परीक्षा क्यों नहीं कराई जा सकती? सरकार की इस व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए अभ्यर्थियों का आरोप है कि दो-दिवसीय परीक्षा का निर्णय, परीक्षा में जटिलता और तनाव को बढ़ा रहा है। ये सरकार पेपर लीक सरकार के रूप में काम कर रही है, जिसका हम सभी समाजवादी छात्रसभा के लोग विरोध करते हैं।

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दो दिनों में परीक्षा कराने का फैसला नियम विरुद्ध

छात्र सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील यादव ने कहा है कि जो दो दिनों में आयोग ने परीक्षा कराने का फैसला किया है वह नियम के विरुद्ध है, नोटिफिकेशन में आयोग ने इस बात का जिक्र नहीं किया था कि दो दिनों में परीक्षा कराई जाएगी। ऐसे में एक ही दिन में पूर्व की तरह ही परीक्षा आयोजित कराई जाए। सुनील यादव ने यह भी कहा है कि परीक्षा अगर दो दिवसीय होती है तो उनके सामने कई विसंगतियां आ सकती हैं, स्केलिंग और नर्मलाइजेशन व्यवस्था भी अभ्यर्थियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं, आयोग अगर अपना निर्णय नहीं बदलता है तो समाजवादी छात्र बड़े आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगी।

 एक साथ 10 लाख युवाओं की परीक्षा क्यों नहीं

सुनील यादव ने बताया यूपी सरकार प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारी कर रही। कुंभ में एक दिन में 3 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। सरकार अगर 3 करोड़ श्रद्धालुओं की व्यवस्था कर सकती हैं तो फिर पूरे राज्य में एक साथ 10 लाख युवाओं की परीक्षा नहीं करवा सकते क्या? यह आयोग और सरकार की मनमानी है, जो पीसीएस जैसी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन जैसी व्यवस्था को लाकर पिछले दरवाजे से अपने लोगों को अधिकारी बनाना चाहते है। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधांश मिश्रा, सचिव उदय द्विवेदी, शुभम् यादव, सोनू वर्मा, प्रशांत बाजपेई, प्रदीप पांडे, पुष्कल यादव आदि समाजवादी साथी मौजूद रहे।

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