Kanpur News: कानपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां के पनकी में अपने ही घर से एक करोड़ की चोरी करने वाले हाईस्कूल के छात्र समेत उसके चार बालिग साथियों को पुलिस ने एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। पिता के संपत्ति से बेदखल करने के बाद छात्र ने उन्हें सबक सिखाने के लिए दोस्तों के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था, तो चलिए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला।
21 लाख की नगदी व 80 लाख कीमत के गहने की चोरी
बता दें कि, गणेश शंकर विद्यार्थी नगर निवासी डाई कारोबारी के घर रविवार की रात उनके ही बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर लगभग एक करोड़ रुपये का माल पार कर दिया था। इसमें 21 लाख की नगदी व लगभग 80 लाख रुपये की कीमत के सोने-चांदी के गहने थे। वारदात के बाद वह अपने दोस्तों के साथ माल लेकर रफूचक्कर हो गया था। पिता के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से कारोबारी के बेटे व उसके साथियों को बारासिरोही के एक होटल से बुधवार दोपहर धर-दबोचा। पकड़े गए लोगों में हाईस्कूल छात्र के साथ आवास विकास तीन निवासी आकर्ष दीक्षित, महावीर नगर पनकी निवासी आयुषमणि त्रिपाठी, आवास विकास तीन निवासी आर्यन त्रिवेदी व गंगागंज निवासी हिमांशु कुमार शामिल हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने चोरी का माल भी बरामद कर लिया है।
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पूछताछ में कारोबारी के बेटे ने बताया कि घटना के तीन दिन पहले पिता ने उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया था। पिता को सबक सिखाने के लिए उसने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पनकी थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि कारोबारी के बेटे समेत उसके चार साथियों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे चोरी का माल बरामद कर लिया गया है। आरोपितों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
बिगड़ैल की संगत ने नाबालिग को बिगाड़ा
पुलिस ने बारासिरोही के होटल से कारोबारी के बेटे और उसके चार दोस्तों को गिरफ्तार किया। जिस वक्त पुलिस ने छापा मारा, होटल के कमरे में शराब और सिगरेट पी जा रही थी। पकड़े गए छात्र के दोस्तों में मूल रूप से लक्ष्मणपुर थाना शिवपुर जिला बनारस निवासी आयुष मणि त्रिपाठी महावीर नगर में रहता था। पकड़ा गया उसका दूसरा दोस्त आकर्ष दीक्षित पर भी कल्याणपुर थाने में मारपीट और गुंडागर्दी करने की रिपोर्ट दर्ज है। छात्र की पनकी और आसपास के इलाकों में रहने वाले बिगड़ैल लड़कों से संगत थी। छात्र ने अपनी हाईस्कूल की परीक्षा के पेपर भी छोड़ दिए थे।
बेटे को सुधारने का प्रयास हर बार रहा फेल
बता दें कि, रात-दिन एक करके इकलौते बेटे के लिए ही कारोबार खड़ा किया था। उसने जो कुछ चुराया वह सब उसी का था। मैंने ख्वाब संजोकर रखा था कि बेटा कारोबार को शिखर पर ले जाएगा लेकिन उसने मुझे फर्श पर ला दिया। पैसा, इज्जत और कारोबार सब बर्बाद कर दिया। हाईस्कूल छात्र का कारोबारी पिता यह कहकर फफक-फफक कर रोने लगा। सात महीने पहले उन्हें पहली बार मोहल्ले के कुछ लोगों ने बेटे के सिगरेट पीने की बात बताई थी। जांच कर वह पनकी के एक प्राइवेट हॉस्टल में पहुंचे जहां उनका बेटा अपने कुछ दोस्तों के साथ सिगरेट पी रहा था। उन्होंने बेटे को डांटा भी था। इस दौरान वहां मौजूद उसके दोस्तों ने कारोबारी का विरोध भी किया था। बेटे को सुधारने के लिए कारोबारी ने पनकी का अपना घर छोड़ गुजैनी में किराए का मकान लिया। जहां कुछ दिन तो बेटा फैक्ट्री गया, लेकिन गलत संगत में पड़कर रोजाना देर से घर आने लगा। दोस्त ने सुधारने के लिए बेटे को संपत्ति से बेदखल करने की सलाह दी। बेटे को डराने के लिए उन्होंने संपत्ति से बेदखल किया था।
पिता ने चोरी गए माल की बरामदगी पर उठाया सवाल
कारोबारी ने बताया कि उसके बेटे ने घर से 21 लाख रुपए कैश और 80 लाख रुपए के सोने चांदी के जेवर चोरी किए थे, लेकिन पुलिस ने बरामदगी में तीन लाख 98 हजार पांच सौ रुपए ही दिखाएं हैं। पीड़ित पिता के मुताबिक सोने के जेवरों की 15 फीसदी और चांदी के 70 फीसदी जेवर ही पुलिस ने बरामद किए हैं।