Kanpur Encounter News : कानपुर पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गांजा तस्करी गिरोह का भंडाफोड किया है, जिसमें महिलाओं को ढाल बनाकर गिरोह के सदस्य गांजे का कारोबारा कर रहे थे। पुलिस (Kanpur Police) ने मुठभेड में एक आरोपी को गिरफतार कर उसकी एक महिला साथी को भी गिरफ़्त में ले लिया है, जबकि गिरोह से जुडे अन्य सदस्यों की जानकारी जुटा कर उन पर कार्यवाही की तैयारी कर रही है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले एक प्राइवेट कंपनी की बस से ट्रैवल के दौरान तस्करी करके सूटकेस में लाखों रुपये गांजा ले जाया जा रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बस से गांजा तो बरामद कर लिया था, लेकिन इस दौरान चकमा देकर अंतरराज्यीय शातिर तस्कर और उसकी साथी महिला तस्कर फरार हो गए थे। जिसके बाद से पुलिस और सर्विलांस टीम उसकी तलाश कर रही थी।
सीओडी पुल के नीचे पुलिस-तस्करों में मुठभेड़
इस मामले में रेलबाजार पुलिस को सोमवार देर शाम सीओडी पुल के नीचे मुखबिर की सूचना मिली की गांजा तस्कर बिना नंबर प्लेट की बाइक से महिला तस्कर को लेकर जा रहा है। जिस पर घेराबंदी करने पर आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। मुठभेड़ के दौरान जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली आरोपी तस्कर के पैर में लग गई, जिस वह वहीं गिर गया।
इस दौरान पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। सूचना पर पहुंची डीसीपी ने बताया कि आरोपी के फरार होने के बाद उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। वह अंतरराज्यीय तस्कर है, जो उड़ीसा से खेप लाकर पूरे उत्तर प्रदेश में सप्लाई करता है।
बस में गांजे के 3 बैग छोड़कर भागे थे तस्कर
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि पांच अप्रैल को रेलबाजार थानाक्षेत्र में एक निजी कंपनी की बस कानपुर से बिहार के पटना जा रही थी। बस में झकरकटी से एक महिला और पुरुष सवार हुए थे, उनके पास तीन बैग थे।
संदेह होने पर कंडक्टर ने दंपती से बैग में सामान की जानकारी पूछी तो उन्होंने कपडे होने की बात कह कर गुमराह कर दिया। लेकिन उनकी बात से संतुष्ट न होने पर कंडक्टर अड़ गया और बैग चेक कराने की बात कही, लेकिन तस्कर दंपति ने बैग नहीं खोला।
विवाद इतना बढ़ गया कि टाटमिल चौराहा के आगे जीटी रोड पर बस रोक दी गई और कंडक्टर ने रेलबाजार थाने में सूचना दे दी। सूचना पर रेलबाजार थाने की पुलिस पहुंची, लेकिन इससे पहले तस्कर महिला और पुरुष बस में बैग छोड कर वहां से भाग निकले।
सर्विलांस टीम की मदद से मिली सफलता
पुलिस ने बैग की जांच की तो तीन बैग से सात लाख रुपये कीमत का 30 किलो गांजा और एक बस का टिकट मिला। टिकट संभलपुर से कानपुर का था, इससे एक बात तो साफ हुई कि तस्कर संभलपुर से कानपुर पहुंचे थे। इसके साथ ही एक मोबाइल भी मिला था।
डीसीपी ने बताया कि इस मामले में एसीपी कैंट अंजलि विश्वकर्मा, रेलबाजार पुलिस और सर्विलांस टीम काम कर रही थी। जांच के दौरान सोमवार देर शाम मुखबिर ने सूचना दी कि शातिर अंतरराज्यीय इनामिया तस्कर बाइक से महिला तस्कर को बैठाकर कहीं जा रहा था। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया।
उन्होंने बताया कि वह उड़ीसा से भारी मात्रा में गांजा की खेप लाकर बिहार सहित अन्य राज्यों समेत पूरे उत्तर प्रदेश में सप्लाई करता था। पूछताछ में उसने अपना नाम बिटहा के रूपहिटाई गांव बिहार निवासी मतूमन मिया उर्फ राजू मिस्त्री बताया है। वहीं महिला से पुलिस पूछताछ कर रही है।
बिहार में महिला पर दर्ज है अपहरण का मुकदमा
पुलिस ने बताया कि महिला के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि उस पर बिहार में अपहरण का एक मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा और भी जानकारी दोनों के बारे में जुटाई जा रही है। पुलिस ने बताया कि यह लोग किससे गांजा खरीदते थे और कहां कहां इसकी सप्लाई करते थे, इस पूरे सिस्टम का पता लगाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।