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Thursday, November 21, 2024
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कश्मीर नहीं, कानपुर से निकली केसर की खुशबू, बिना मिट्टी-पानी के कमरे में रचा इतिहास !

Kanpur News: कानपुर के एक रियल एस्टेट कारोबारी ने ऐसा कमाल कर दिखाया है जिसकी चर्चा अब दूर-दूर तक हो रही है। केसर जिसे आमतौर पर कश्मीर की घाटियों में उगाया जाता है। अब कानपुर के एक कमरे में एयरोपोनिक तकनीक के जरिए तैयार हो रही है। अखिल शर्मा ने अपने घर में मिट्टी और पानी के बिना केसर उगाकर यह साबित कर दिया कि लगन और तकनीक के सहारे असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।

महज तीन महीने में 800 ग्राम केसर उगाकर उन्होंने इस प्रोजेक्ट को न केवल सफल बनाया बल्कि इसे एक स्टार्टअप के रूप में आगे बढ़ाने की तैयारी कर ली है।

चंडीगढ़ में केसर की खेती का विशेषज्ञों से लिया प्रशिक्षण

अखिल शर्मा ने कई माह तक चंडीगढ़ में केसर की खेती का विशेषज्ञों से प्रशिक्षण हासिल किया और फिर कानपुर आकर सितंबर 2024 में अपने घर के प्रथम तल पर केसर उगाने की तैयारी की। अखिल ने बताया कि उन्होंने केसर के बीज पंपोर के ही किसानों से लिए थे। एक स्टार्टअप के तौर पर उन्होंने केसर लगाई है, और आने वाले समय में कानपुर समेत देश के कई बाजारों में वह अपने ब्रांड से केसर की बिक्री करेंगे।

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कमरे में अलग माहौल और कश्मीर जैसी होनी चाहिए ठंडक

उद्यमी अखिल शर्मा ने बताया कि जब आप केसर की खेती उप्र के अंदर शुरू कर रहे हैं तो आपको एयरोपोनिक विधि खेती अपनानी होगी। इस विधि में आपको बीजों के लिए न तो पानी की जरूरत होती है, न मिट्टी की. हालांकि, हैरान होने वाली इसमें कोई बात नहीं है। इस विधि में केवल कमरे के अंदर कश्मीर जैसा तापमान (अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस तक) होना चाहिए। इसके अलावा आर्द्रता और ग्रो लाइट्स का बहुत अधिक ध्यान रखना होता है। उन्होंने कहा, सूरज की सीधी तपिश फूलों को मुरझा कर रख देगी। इसलिए कमरे में अलग रंग का माहौल और कश्मीर जैसी ठंडक लगती है।

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महज तीन महीने में फसल हुई तैयार

उन्होंने बताया कि केसर की खेती सितंबर से नवंबर के बीच की जाती है। सितंबर में टेस्टिंग के तौर पर 800 ग्राम केसर उगाने में सफल रहे हैं। उद्यमी अखिल ने बताया कि सितंबर 2024 में टेस्टिंग के तौर पर कमरे में करीब एक किलोग्राम बीज लगाए थे। इनसे हमें नवंबर में लगभग 800 ग्राम केसर मिल गई।

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उन्होंने कहा, केसर की मांग पूरी दुनिया में बहुत अधिक है। मगर, कश्मीर के अलावा अभी किसी राज्य में वृहद स्तर पर केसर की खेती नहीं होती इसलिए उन्होंने अब केसर की खेती को एक स्टार्टअप के तौर पर शुरू कर दिया है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 800 ग्राम की केसर करीब चार लाख रुपए की होती है।

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