Kanpur News: गीता जयंती के अवसर पर आज कानपुर जिला कारागार में बंद 200 बंदियों को निःशुल्क गीता पुस्तक का वितरण किया गया । इस्कॉन मंदिर से आए पुजारियों ने गीता ज्ञान के महत्व को बंदियों से साझा किया और उन्हें गीता पुस्तक पढ़ने और अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
बंदियों के पुनरुत्थान के उद्देश्य से गीता पुस्तक का वितरण
बता दें कि, इस्कॉन मंदिर के पुजारी प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि आज से 5 हजार 200 साल पहले कुरुक्षेत्र के मैदान में गीता ज्ञान का उपदेश देकर मनुष्य जाति पर जो उपकार किया था। वह मानव जाति के कल्याण के लिए अत्यंत जरूरी और लाभकारी है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जैसे कि सरकार का उद्देश्य कैदियों को सजा देने से ज्यादा उनके पुनरुत्थान का है।
ठीक उसी तरह इस्कॉन भी इसी उद्देश्य से बंदियों के पुनरुत्थान के उद्देश्य से गीता पुस्तक का वितरण कर रहा है और आज हम केवल 200 पुस्तकें लाए है आगे हमारी योजना है कि पूरे माह हम गीता पुस्तकों का निशुल्क वितरण कर समाज के पुनरुत्थान का काम करें ।
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