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धमाके के बाद धुआं ही धुआं, पड़ोसी बोले- लगा आसमान फट गया, पति की मौत कई घायल, जानें पूरा मामला

Kanpur news
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Kanpur News: एक तरफ जहां पूरे शहर में लाखों लोग दीपावली के मौके पर सुबह से अपने घरों की साफ-सफाई करने और घर को सजाने में व्यस्त थे। वहीं, दूसरी ओर कानपुर के सीसामऊ थाना क्षेत्र में अचानक बीच सड़क पर विस्फोट हो जाने से हड़कंप मच गया। जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और उसकी पत्नी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। गणेश पार्क के पास मोपेड से सिलिंडर ले जाते समय अचानक ब्लास्ट होने की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास गलियों में खड़े वाहन जहां पूरी तरह से चकनाचूर हो गए। वहीं, एक कार के सारे शीशे टूट गए। पूरे शहर में विस्फोट खबर फैलते ही सीसामऊ थाना प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। आला अफसरों की ओर से बम निरोधक दस्ता भी बुला लिया गया। दीपावली को लेकर अफसरों को आशंका थी कि घरों में रखे पटाखों से ब्लास्ट हुआ होगा। फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने मौके पर पहुंच कर जांच की।

मां बोली पापा सिलेंडर लाए हैं, पैसे जाकर दे दो

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बता दें कि, बीते गुरुवार को दोपहर करीब 12.30 बजे गणेश पार्क निवासी सुरेंद्र और उनकी पत्नी नवीता के अलावा परिवार में बेटा आयुष गौड़ और बेटी सलोनी है। आयुष ने कहा कि, हम लोग दिवाली की सजावट करने के लिए छत पर थे। अचानक मां की आवाज सुनाई दी कि पापा सिलेंडर लेकर आए हैं, नीचे आकर उन्हें पैसे दे दो। हम लोग नीचे आ ही रहे थे कि जोरदार धमाका हुआ। जिससे पूरा इलाका कांप गया, कुछ समझ नहीं आया कि इतनी तेज धमाका कैसे हुआ। आयुष ने बताया कि उसने जब नीचे आकर देखा तो सब तरफ खून ही खून था। मां खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी। पापा घर के दरवाजे पर गिरे हुए थे। वह भी खून से लथपथ थे। धमाके के बाद आसपास के लोग जुट गए। मां और पिता को अस्पताल ले जाया गया। जहां पिता सुरेंद्र की मौत हो गई, जबकि कुछ घंटे बाद मां ने भी दम तोड़ दिया।

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धमाके के बाद दूर जाकर गिरा शव

धमाके में मरने वाले सुरेंद्र की लाश किरण वर्मा के गेट पर मिली। किरण के घर से सुरेंद्र का घर करीब 10 फीट की दूरी पर है। ये हादसा कैसे हुआ? इसको लेकर किरण ने कहा कि, हम लोग घर के बाहर बैठे हुए थे। इसी समय तेज धमाका हुआ, ऐसा लगा कि आसमान फटकर नीचे गिर गया हो। हवा का तेज झोंका आया, हर तरफ सिर्फ धुआं ही धुआं था। 5 से 10 मिनट के बाद जब धुआं कुछ कम हुआ तब हमने देखा कि हमारे घर के दरवाजे को तोड़ते हुए एक बॉडी पड़ी है। आधी घर के अंदर, आधी घर के बाहर।

दरवाजे पर सुरेंद्र का शव, कुछ दूर पर पत्नी तड़प रही थी

घटना को लेकर किरण ने बताया कि वहां का दृष्य देखकर मैं कांप गई, कुछ समझ नहीं आया। हर तरफ खून ही खून था। घर के पास में एक गाड़ी में आग लगी हुई थी। उन्होंने कहा- आप धमाका का फोर्स समझिए कि जो लाश हवा में उड़ती हुई मेरे दरवाजे तक आई, उसने लोहे की ग्रिल तक तोड़ दी। पास जाकर देखा तो वह हमारे घर के पास रहने वाले सुरेंद्र की बॉडी थी। कुछ दूरी पर उनकी वाइफ तड़प रही थी। करीब 10 फीट दूर उनका हाथ पड़ा हुआ था। इस हादसे के बाद हम लोग बहुत डरे हुए हैं।

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आसपास खड़ी सभी गाड़ियां टूट गईं

वहीं पास खड़ी गीता वर्मा ने कहा – हम लोग अंदर पूजा कर रहे थे। एकदम बम जैसा फटा, बाहर अंधेरा छा गया। लगा कोई आतंकी हमला हो गया है। बाहर निकले, तो 2 लोग खून से लथपथ दिखे। बताया गया कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। मगर बाद में पता चला कि सुरेंद्र की पत्नी जिंदा थी। अस्पताल में इलाज चला, लेकिन गुरुवार शाम को उसने भी दम तोड़ दिया। बाहर जितनी भी गाड़ियां खड़ी थीं, वह सब टूट चुकी थी। एक गाड़ी में आग लगी हुई थी। मेरे घर की दीवारें चटकी हुईं थीं। मेरे पड़ोसी का दरवाजा ही धमाके के बाद टूट गया। वहां सिलेंडर के टुकड़े तो नहीं पड़े थे, मगर सब लोग यही बता रहे है कि सिलेंडर फटा है।

कैसे हुआ धमाका?

सुरेंद्र के पड़ोसी राजू गुप्ता भी वहीं बैठे हुए थे। वह बहुत घबराए हुए थे। उन्होंने कहा- वो हमारी दीदी जैसी थीं। हम लोग बाहर ही थे, तेज धमाका हुआ तो कुछ समझ ही नहीं आया। देखा तो उनका शरीर पूरी तरह से फट गया था। एक हाथ को कुत्ता उठाकर ले जा रहा था। डरे हुए चेहरे के साथ लोग इधर-उधर भाग रहे थे। जो गाड़ियां बच गईं थी, उन्हें जल्दी-जल्दी हटाया जाने लगा। हमें डर था कि कहीं आग न फैल जाए। हमें नहीं पता कि धमाका कैसे हुआ? क्योंकि सिलेंडर भी दिखा नहीं। पटाखा के बारे में हमें कुछ पता नहीं।

कुछ पटाखा तो कुछ सिलेंडर फटने की बता रहे बात

मोहल्ले में 100 से 150 लोग रहते हैं। हादसा को लेकर सब अलग-अलग बयान दे रहे हैं। कुछ लोग इसको पटाखा का धमाका बता रहे हैं। कुछ ने सिलेंडर को लेकर बात कही। फोरेंसिक टीम को मौके पर सिलेंडर के टुकड़े नहीं मिले हैं। हालांकि, जो आस-पास गाड़ियां खड़ी थीं। उनके पास में पटाखा बिखरे मिले हैं।

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घटनास्थल की स्थिति देख सहमे अधिकारी

कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसर व कर्मी मौके पर पहुंचे तो स्थिति देख एक पल के लिए वह भी सहम गए। मोहल्ले के लोगों का दीपावली पर रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, जिस परिवार के घर में मौत हुई वहां तो परिजन की चीखों से हर कोई व्यथित था। मोहल्ले में विस्फोट के बाद लोगों की भीड़ काफी दूर जरूर थी, लेकिन सभी के अंदर दहशत ही दहशत व्याप्त थी। क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि हर कोई शाम को दीपावली पूजन और फिर पटाखे छुड़ाने का इंतजार कर रहा था। मगर, ऐसी घटना घट गई जिससे हर कोई परेशान हो गया।

सिलेंडर के ब्लास्ट ने हैरान कर दिया

ब्लास्ट के बाद करीब तीन घंटे तक पुलिस और प्रशासनिक अफसर अपने स्तर से मामले की जांच जरूर करते रहे। लोगों का कहना था सिलेंडर का ब्लास्ट इतनी तेज होगा, किसी ने नहीं सोचा था। पुलिस की ओर से बताया गया कि जो मौके पर सिलेंडर के टुकड़े मिले हैं, उन्हें देखकर माना जा रहा है, सिलेंडर ब्लास्ट ही है। लोग घायल हैं उनका इलाज कराया जा रहा है। विस्फोट बहुत तेज था। सिलेंडर के साक्ष्य नहीं मिले हैं। इस परिवार में उनकी दादी की डेथ हुई थी, इसलिए वह त्योहार भी उस तरह से नहीं मना रहे थे। इसलिए पटाखा वाले इनपुट पर हम सिर्फ जांच कर रहे हैं। विस्फोट का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुए हैं।

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