Kanpur News: खाकी और रूपये के गठजोड़ की खबरें तो अक्सर सामने आती रहती हैं, लेकिन उसमें या तो पीड़ित पुलिस का षिकार होता है या फिर आरोपी। लेकिन कानपुर में एक चौकाने वाली वारदात सामने आई है। जिसमें पीड़ित भी पुलिस कर्मी है और उसके साथ अपराध करने वाला भी पुलिस कर्मी है। बाइक दिलाने का झांसा देने के नाम पर पुलिस कर्मी से एक लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। पीड़ित सिपाही ने कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
आरोपी सिपाही ने अन्य लोगों के साथ भी की धोखाधड़ी
पुलिस लाइन कानपुर में तैनात सशस्त्र पुलिस बल के सिपाही खुर्शीद आलम द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें एक अपाचे मोटरसाइकिल लेनी थी। इसके लिए चटसारी जालौन निवासी सुमित कुमार वर्तमान समय में कानपुर पुलिस लाइन में तैनात है। उसने व्हाट्स एप पर खुर्शीद आलम को मोटरसाइकिल की फोटो भेज दी। 6 जुलाई से 15 जुलाई के बीच सुमित ने जो खाते बताए उसमें खुर्शीद आलम ने ने 1.36 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। खुर्शीद द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार जब उसे धोखाधड़ी का अहसास हुआ तो उन्होंने पता लगाना शुरू किया जिससे जानकारी हुई कि सुमित ने कई अन्य लोगों के साथ इसी तरह से धोखाधड़ी की थी।
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पैसे वापस मांगने पर लौटाए सिर्फ 36 हजार
रिपोर्ट के अनुसार, खुर्शीद आलम ने तब अपने पैसे वापस मांगे। जिसपर सुमित ने 36 हजार रुपए वापस खुर्शीद के खाते में ट्रांसफर करा दिए। इसके अलावा बाकी के 1.03 लाख रुपए के चेक फेडरल बैंक की दी। इन खातों में पहली बार 12 जुलाई 2024 और दूसरी बार 21 अगस्त 2024 अगस्त को चेक लगाई तो खाता बंद होने की जानकारी मिली। रिपोर्ट अनुसार जब खुर्शीद ने सुमित से इस बारे में बात की तो उसने धमकी देते हुए कहा कि किसी अधिकारी से शिकायत की तो गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। कई लोगों के पैसे ले रखे हैं जो अभी तक वापस नहीं ले पाये हैं।
धोखाधड़ी की धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
इस मामले में जब खुर्शीद आलम से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरी नौकरी है मैने आवेश में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस मसले पर मैं सामने आया तो मेरी नौकरी पर खतरा बढ़ जाएगा। इंस्पेक्टर कोतवाली संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि सिपाही सुमित के खिलाफ धोखा देकर किसी व्यक्ति को बहकाना, विश्वासघात करना और धमकी देने की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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