Kanpur Raid : उत्तर प्रदेश के कानपुर की फर्म बंशीधर टोबैको प्राइवेट लिमिटेड और इससे जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर छापे में भारी गड़बड़ियों के सबूत मिले हैं। सूत्रों के अनुसार, छापे के पहले दो दिनों में आयकर टीमों को करीब 4 करोड़ रुपये नकद और लग्जरी कारें भी बरामद हुई हैं। इन कारों में लम्बोर्गिनी, मेक्लॉरेन, फरारी, रोल्य रॉयस जैसे ब्रैंड्स शामिल हैं।
हालांकि यह नहीं साफ है कि इतनी ऊंची कीमत वाली कारें क्या बेनामी खातों के जरिए खरीदी गई थीं या इन्हें बुक्स में शामिल नहीं किया गया। छापे की कार्रवाई फिलहाल चलने की उम्मीद है। बताते हैं कि फर्म में कर चोरी का दायरा 100 करोड़ रुपये के ऊपर है।
देश भर में आयकर विभाग की छापेमारी
आयकर की कई टीमों ने देश भर में 10-15 लोकेशनों पर गुरुवार सुबह छापेमारी शुरू की थी। बंशीधर टोबैको के कानपुर, दिल्ली ऑफिसों और घरों के अलावा एक्सपोर्ट कारोबार से जुड़ी फर्में भी आयकर की जांच के दायरे में हैं। दिल्ली स्थित घर से बरामद की गई कारों की कीमत करोड़ों रुपये में है।
गौरतलब है कि कानपुर और आसपास के जिलों में पिछले 2-3 साल में इनकम टैक्स और जीएसटी विभागों ने शिकंजा कसा है। इसके बाद यहां बड़े पैमाने पर अवैध रूप से या टैक्स चोरी कर अर्जित की गईं संपत्तियां रिकवर की गई हैं।
आयकर विभाग ने ₹800 करोड़ के लेनदेन का खुलासा किया था
झांसी में घनाराम के ठिकानों से आयकर ने 800 करोड़ रुपये की संपत्तियों और लेनदेन का खुलासा किया था। इसी तरह 2023 में कानपुर में राधामोहन पुरुषोत्तम दास जूलर में हुई छापेमारी में करीब 1500 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी थी। 1200 करोड़ रुपये की बोगस खरीद मिली थी। 500 करोड़ की बोगस बिक्री के सबूत मिले थे। 26 करोड़ रुपये का सोना और कैश रिकवरी हुई थी।
साल 2021 के दिसंबर में डीजीजीआई ने कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी की थी। रेड में 196.54 करोड़ रुपये नकद और 23 किलो सोना बरामद किया गया था। इसके बाद आगे की पूछताछ के लिए पीयूष को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ और अदालती कार्रवाई के बाद उन्हें सितंबर 2022 में बेल मिली थी।
By Abhilash Bajpai