Kanpur News: रामनवमी के दिन कानपुर में रावतपुर क्षेत्र में निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान फैलाई गई अफवाहों और हंगामे को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। झूठी अफवाहों से शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने के आरोप में करीब 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
शोभायात्रा में अफवाह और भगदड़ की फैलाई थी अफवाह
रामनवमी पर रावतपुर स्थित रामलला मंदिर से शोभायात्रा निकाली जा रही थी, जो पाहुमाल तिराहा, नया चौक, मिश्री बाजार और बिसाती बाजार होते हुए ब्रह्मदेव चौराहे तक पहुंची। इस दौरान अफवाह फैलाई गई कि शोभायात्रा पर पथराव हुआ है, जिससे जुलूस में भगदड़ मच गई। समर्थकों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई और किसी ने पुलिस पर जूता फेंक दिया। भीड़ में तनाव बढ़ने पर पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया, लेकिन भीड़ ने धक्का-मुक्की कर उन्हें छुड़ा लिया। इस घटना को लेकर रावतपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
दरोगा की तहरीर पर एफआईआर
दरोगा शैलेन्द्र कुमार की तहरीर पर एक अन्य एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें राकेश, सीमा सिंह, राजा और 25–30 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। शोभायात्रा के दौरान इन लोगों पर पुलिस पर जूता फेंकने, माहौल बिगाड़ने और हिरासत में लिए गए आरोपी को छुड़ाने के लिए पुलिसकर्मियों से मारपीट करने के आरोप लगे हैं।
राजनीतिक नेताओं समेत 10 लोगों पर एफआईआर
रामनवमी से एक दिन पहले, 5 अप्रैल की शाम बकर मंडी तिराहे पर साउंड सिस्टम को लेकर हुए विवाद में भाजपा नेताओं समेत 10 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। दरोगा राजेन्द्र प्रसाद वाजपेई की तहरीर पर दर्ज इस रिपोर्ट में बताया गया कि निर्धारित सीमा से ज्यादा साउंड सिस्टम लगाए गए थे। जब पुलिस ने इन्हें हटाने की कोशिश की, तो आयोजकों ने विरोध किया और सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया। एफआईआर में भाजपा जिला मंत्री सीमा सिंह, रामनवमी समिति के अध्यक्ष राकेश, भाजपा वार्ड अध्यक्ष आयुष शुक्ला, अंत्योदय प्रकोष्ठ के संयोजक महेन्द्र तिवारी, पार्षद राम अवतार प्रजापति, बजरंग दल के मोहित बाजपेई सहित कई अन्य के नाम शामिल हैं। इनके साथ 90 अज्ञात लोगों पर भी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
लाउडस्पीकर और साउंड सिस्टम को लेकर चौथी FIR
दरोगा करुणा शंकर की तहरीर पर चौथी एफआईआर दर्ज की गई है। रामनवमी के दिन मस्मानपुर चौराहे पर 146 साउंड सिस्टम लगाए जाने से रास्ता बाधित हुआ और शोर का स्तर मानक से कई गुना अधिक था। पुलिस द्वारा इन्हें हटाने की कोशिश पर आयोजकों ने विरोध किया और मारपीट शुरू हो गई। इस एफआईआर में डीजे ऑपरेटर राजा, ऋषि, जितेन्द्र उर्फ मामा, एडवोकेट जगत सिंह, दीपक ठाकुर, सीमा सिंह, रिंकू सैनी, सुमित ज्वेलर्स, राकेश श्रीवास्तव, आयुष शुक्ला सहित 20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। एडीसीपी पश्चिम विजेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि सभी घटनाओं में एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और जांच के आधार पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।