Kanpur News: आपने फिल्मों में तो कई बार देखा होगा कि अक्सर हीरो मर्डर के मामले में जेल चला जाता है और जिसका मर्डर हुआ होता है वह अचानक कुछ सालों बाद सामने आ जाता है। ऐसा ही एक मामला कानपुर में सामने आया है, जहां जिस बहन के किडनैप और मर्डर केस में उसके सगे दो भाइयों को जेल भेजा गया अब वहींं, बहन भैया दूज पर भाई का टीका करने घर पहुंच गई। शिवराजपुर थाने की पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया है जिसके बाद कस्टडी में पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि मैं अपने पति की प्रताड़ना से परेशान होकर गई थी। इसलिए 5 महीने पहले घर छोड़कर चली गई थी। अब त्योहार था, इसलिए भाई का टीका करने के लिए घर पहुंची थी। मुझे नहीं पता कि मेरे जाने के बाद भाइयों पर केस हो गया है। वह 2 महीने से जेल में हैं। उन्हें जितनी जल्दी हो सके, छोड़ देना चाहिए उनकी कोई गलती नहीं है।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला शिवराजपुर के गांव कढ़लीपुरवा का है। श्याम नारायण की 5 साल पहले रनियां गांव की राखी उर्फ रेखा से शादी हो गई, जिसके बाद उनके 3 बच्चे हुए। ममतेश, अमितेश और रिद्धि। सब कुछ ठीक चल रहा था, मगर श्याम नारायण और रेखा के विवाद होने लगे। श्याम नारायण शराब बहुत ज्यादा पीता था। इन्हीं झगड़ों के बीच मई, 2023 में अचानक रेखा और तीनों बच्चे घर से गायब हो गए। श्याम नारायण ने रिश्तेदार-दोस्तों के घर रेखा को ढूंढा, मगर कुछ पता नहीं चला। तब उन्होंने पुलिस के पास पत्नी-बच्चे के लापता होने की तहरीर सौंप दी।
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उन्होंने अपने रेखा के मायके वालों पर किडनैप और हत्या के आरोप लगाए। पुलिस ने 28 जुलाई, 2023 को एएफआईआर दर्ज की। इसमें रेखा के दो भाई राजू और अशोक को आरोपी बनाया। इस मामले की जांच इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल को दी गई। उन्होंने मायके पक्ष और आस-पास के लोगों के बयान दर्ज किए। किडनैप करने के साक्ष्य नहीं मिलने पर इंस्पेक्टर ने केस की फाइल बंद कर दी। भाइयों को क्लिन चिट दी थी।
हाईकोर्ट ने कमिश्नर को किया तलब
पुलिस की फाइनल रिपोर्ट के खिलाफ श्याम नारायण जुलाई, 2024 को इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गया। कोर्ट ने अगस्त में कानपुर पुलिस कमिश्नर को पूरे मामले में तलब कर लिया। जांच में लापरवाही मानते हुए इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल को सस्पेंड कर दिया गया। जांच नए सिरे से इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को दी गई। इसके बाद पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट का निरस्त किया। राखी के भाई राजू और अशोक को अगस्त, 2024 को जेल भेज दिया।
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महिला नहीं मिली, तो जांच ट्रांसफर होती रही जांच
इस दौरान भी महिला नहीं मिली। इसलिए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को भी हटा दिया गया। इंस्पेक्टर ब्रजेश सिंह को जांच ट्रांसफर हो गई। वह भी महिला को खोज नहीं पाए। इधर, हाईकोर्ट में फिर पुलिस को तलब किया गया। इसके बाद मामले की जांच इंस्पेक्टर अरविंद सिंह सिसौदिया को सौंपी गई, वह महिला की खोज में लगे ही थे कि शनिवार को भाई दूज पर महिला अपने घर पहुंची।
महिला को पति श्याम नारायण प्रताड़ित करता था। उसको मायके से मिली जमीन भी बेचकर शराब पी गया था। इससे त्रस्त होकर महिला पति को छोड़कर चली गई और रनिया कानपुर की एक फैक्ट्री में नौकरी करके बच्चों को पाल रही थी।
हाईकोर्ट में पेश करेगी पुलिस, जेल से बाहर आएंगे भाई
शिवराजपुर थाना प्रभारी अरविंद सिसौदिया ने बताया कि जेल में बंद बेगुनाह भाइयों को 169 की कार्रवाई के तहत बाहर निकाला जाएगा। अगर महिला तहरीर देती है तो उसके पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पति की प्रताड़ना की वजह से ही परिवार और पुलिस दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सोमवार को महिला का मजिस्ट्रेट के बयान दर्ज कराया जाएगा। बयान के आधार पर जेल में बंद भाइयों को बाहर निकाला जाएगा।
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