Kanpur News:नए साल में कानपुर साउथ के लोगों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। बरसों से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के इंतजार में बैठे इस क्षेत्र के लाखों निवासियों के लिए नौबस्ता में 100 बेड का सरकारी अस्पताल खुलने वाला है। ये अस्पताल न केवल हेलट, उर्सला और कांशीराम अस्पतालों पर दबाव कम करेगा बल्कि साउथ कानपुर के लोगों के लिए घर के करीब ही जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराएगा। सरकार द्वारा 13 करोड़ रुपये की आखिरी किस्त जारी होने के साथ अब अस्पताल के काम को अंतिम रूप देने की तैयारियां जोरों पर हैं।
कैसे बचेगा टाइम?
साउथ के नंदलाल चौराहा, चावला मार्केट, फजलगंज, बारादेवी रोड, सीटीआई चौराहा, झकरकटी व टाटमिल चौराहे में जाम की वजह से मरीजों को जल्दी अस्पताल पहुंचना मुश्किल होता है। बर्रा बाईपास व नौबस्ता हाइवे के बीच 100 बेड के अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। यह काम वर्ष 2022 के जुलाई माह में शुरू हुआ था। इसकी लागत 44 करोड़, 44 लाख 53 हजार रुपये है। शासन ने अस्पताल का काम पूरा करने व उपकरण आदि के संबंध में तीसरी किस्त के रूप में 13 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। उम्मीद है कि दिसंबर तक निर्माणाधीन अस्पताल का काम पूरा हो जाएगा और नए साल से यहां पर ओपीडी व इमरजेंसी का संचालन शुरू हो जाएगा।
अल्ट्रासाउंड व सीटी स्कैन की भी होगी सुविधा
सीएमओ डॉ. आलोक रंजन के मुताबिक 10 हजार वर्ग मीटर में बन रहे अस्पताल का भवन 44 करोड़, 44 लाख 53 हजार के बजट से तैयार किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम को अभी तक 31 करोड़ 11 लाख 17 हजार रुपये का भुगतान हो चुका है। तीसरी किस्त के रूप में 13 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में नेत्र रोग, अस्थि रोग, बाह्य रोग, दंत रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, बाल रोग, नाक कान व गला रोग, इमरजेंसी, सर्जरी व पैथोलॉजी विभाग का संचालन किया जाएगा। इसके अलावा अस्पताल में आईसीयू, लेबर रूम, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन की भी सुविधा मरीजों को मिलेगी। अस्पताल के पास ही डॉक्टरों व स्टाफ के लिए रहने की भी व्यवस्था की जा रही है।
पत्र लिखा गया
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शासन को एक पत्र भी लिखा गया है। पत्र के माध्यम से विभाग ने अस्पताल के संचालन के लिए 35 डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मियों की तैनाती की मांग की है। साथ ही अस्पताल में उपकरण, जांच मशीन, मेज-कुर्सी, दवा आदि की भी डिमांड भेजी गई है। यह मांग पूरी होने के बाद अस्पताल सुचारू रूप संचालित हो जाएगा।
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