बेरहमी से पीटती नजर आईं टीचर
दरअसल, फीलखाना निवासी दीपक तुलसीयान ने बताया कि उनका चार वर्षीय बेटा बिरहाना रोड स्थित लॉफ्टीवेल किड्स स्कूल में नर्सरी का स्टूडेंट है। आरोप है कि बेटा विद्यालय से घर पहुंचा तो उसके गाल पर पिटाई के लाल निशान पड़े थे और वह बहुत डरा सहमा हुआ था। जब उन्होंने बच्चे से पूछा तो उसने विद्यालय की शिक्षिका रितिका द्वारा पीटने की जानकारी दी। दीपक अपनी पत्नी के साथ स्कूल पहुंचे और हंगामा खड़ा कर दिया। दीपक की सूचना पर फीलखाना थाने की पुलिस भी मौके पर जांच करने पहुंची। प्रिंसिपल ऋतु कपूर ने पुलिस और पैरेंट्स के सामने सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो वह भी दंग रह गईं। वीडियो में शिक्षिका रितिका ने 42 सेकेंड के भीतर दो राउंड में बाल नोचकर बच्चे को बेरहमी से पीटती नजर आईं।
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शिक्षिका को स्कूल से हटाने के बाद शांत हुए परिजन
इसके बाद पुलिस शिक्षिका, प्रिंसिपल को थाने लेकर पहुंची। बच्चे के माता-पिता भी थाने पहुंचे। थाने में दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत की गई तो शिक्षिका और प्रिंसिपल हाथ जोड़कर गलती मानने लगीं। इसके बाद शिक्षिका को नौकरी से निकालने पर परिजन शांत हुए। इसके बाद पुलिस को दी हुई तहरीर भी वापस ली। एसीपी कोतवाली आशुतोष भी मौके पर पहुंचे। एसीपी ने बताया कि दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है। अगर फिर भी अगर पैरेंट्स असंतुष्ट हैं या कोई बात है तो लिखित तहरीर दें। शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।
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शिक्षिका बोली माइग्रेन के दर्द से था तनाव
जब इस मामले में षिक्षिका से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इतनी बेरहमी से नहीं पीटा। बस ये था कि बच्चा वर्क नहीं कर रहा था और वह कहता है कि मुझे दिखाई नहीं देता। उनके पैरेंट्स से भी मैंने कई बार कहा, लेकिन कुछ हुआ नहीं। उनके पिता ने स्कूल आकर बहुत हंगामा खड़ा कर दिया। ऐसी कोई बड़ी बात नहीं हुई है। मैं मान रही हूं कि मुझसे गलती हुई है। मैं माफी भी मांगने को तैयार हूं, लेकिन बच्चे के पैरेंट्स कोई बात सुनने को तैयार नहीं हैं। मैं टेंशन में थी और थोड़ा मुझे माइग्रेन का पेन भी है। हां मैं टेंशन में थी इस वजह से ऐसा हुआ।
प्रिंसिपल बोलीं मैंने शिक्षिका को रेस्टीकेट किया
टीचर ने कब मारा मुझे कुछ नहीं पता था। छुट्टी के बाद मां का फोन आया और जानकारी दी, कि मेरे बच्चे को मारा है, उसके चोट लगी है। इसके बाद मैंने सीसीटीवी चेक किया तो मारने की बात सामने आई। हमें खुद को बहुत खराब लगा। टीचर को बहुत डांटा, बच्चे बहुत छोटे हैं उन्हें प्यार से रखने की हिदायत दी। अगर बच्चा काम नहीं कर रहा तो उसे प्यार से समझाइए, पैरेंट्स को बताइए। शिक्षिका ने बताया कि गुस्सा आने पर पीट दिया। इसके बाद मैंने टीचर को रेस्टीकेट कर दिया।
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