Kanpur news: हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी कमरुज्जमां उर्फ डॉ. हुरैरा उर्फ कमरुद्दीन चकेरी के गणेश नगर में छिपकर कानपुर के तीन बड़े मंदिरों को उड़ाकर सनसनी फैलाने की साजिश रच रहा था। उसके पकड़े जाने के बाद मोबाइल से सुतरखाना गणेश मंदिर, जेके मंदिर और साई मंदिर का नक्शा, तस्वीरें और वीडियो मिले थे। एटीएस ने उसे 12 सितंबर 2018 को दबोचा था। मामले की जांच NIA ने की थी। NIA ने ही चार्जशीट भी दाखिल की थी। कमरुज्जमां के दो अन्य साथी भी इस मामले में आरोपी बनाए गए थे।
हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था कमरुद्दीन
विशेष न्यायाधीश एनआईए कोर्ट लखनऊ ने कमरुद्दीन को उम्रकैद की सजा और 50 हजार रुपये का अर्थदंड, लगाया है। शिवनगर से पकड़े जाने के बाद एटीएस दरोगा हरेंद्र यादव ने एटीएस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। असोम के होजाई निवासी कमरुज्जमां 2017 में प्रतिबंधित संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था। एटीएस की टीम ने जांच की तो उसके कानपुर में रहकर देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी मिली। पता चला कि कोई बड़ी घटना करने की फिराक में है। उसे गिरफ्तार करने के बाद मोबाइल बरामद हुआ था। मामले में 11 मार्च 2019 को एनआईए ने चार्जशीट दाखिल की थी। एनआईए के विशेष लोक अभियोजक कौशल किशोर शर्मा ने बताया कि में कमरुज्जमां गुवाहाटी जेल में बंद है। उसकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई और उसी के जरिए सजा सुनाई गई।
मंदिरों में घंटों बैठ करता था रेकी
बता दें कि, कमरुज्जमां ने गणेश मंदिर, साई मंदिर और जेके मंदिर में जाकर रेकी की थी। वह बस और ऑटो से मंदिरों में गया। घंटों बैठकर रेकी की थी। मंदिरों की फोटो खींचीं। बकायदा नक्शा भी तैयार किया था। उन नक्शों की कई फोटो श्खींचकर उसने मोबाइल में रख रखी थी। किसी को शक न हो, इसलिए मंदिर के बाहर नाश्ता-पानी भी करता था। उसके मोबाइल पर कई फोटो उसकी व मंदिर की एक साथ भी हैं जिसमें मंदिर के आगे बैठा दिख रहा है।
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कमरुद्दीन के पकड़े जाने के बाद खौफ में था शिव नगर
एटीएस की टीम ने शिव नगर से कमरुद्दीन को गिरफ्तार किया तो आसपास के लोगों के होश उड़ गए। वह लंबे समय से किराए के मकान में रह रहा था। वह सुबह निकलता और रात में वापस आता था। वह ज्यादा किसी से बात नहीं करता था। वह ष्खाना भी कमरा बंद करके ही खाताश् था। इसलिए जब वह पकड़ा गया तो आसपास के लोग हैरत में पड़ गए। उसके पड़ोसियों को भी कमरुद्दीन की जानकारी नहीं थी।
चकेरी एयरपोर्ट समेत कई इमारतों के मिले थे वीडियो
कमरुद्दीन के मोबाइल से एटीएस को तीन प्रमुख मंदिरों के साथ चकेरी एयरपोर्ट समेत कई प्रमुख इमारतों के फोटो व वीडियो भी मिले थे। इससे कुछ महीने पहले एके-47 के साथ कमरुद्दीन की फोटो भी इंटरनेट मीडिया में वायरल हुई थी। तब से खुफिया एजेंसियां उसकी तलाश में जुटी थीं। मंदिर में हमले की साजिश करने के साथ ही कमरुद्दीन भारत में हिजबुल का नेटवर्क तैयार कर युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने में लगा था।
कश्मीर से हुए पैसे का ट्रांजेक्शन
हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम करने के साथ ही कमरुद्दीन के पास कश्मीर से फंडिग आनी शुरू हो गई थी। उसके खाते में कई बार कश्मीर से पैसा आया। इससे जांच कर रही एनआईए का शक और भी गहराया। वह पहले से ही अन्य मामले में गुवाहाटी जेल में बंद है। काम करने के बदले में उसके पास बकायदा हर महीने कश्मीर से पैसा आता था जिससे वह अपना पूरा खर्चा वहन करता था। एटीएस की बरामदगी के दौरान कमरुद्दीन के पास ज्यादा सामान भी बरामद नहीं हुआ।
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