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Friday, November 22, 2024
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Kanpur : CSJMU के गेट पर धरना दे रहे छात्रों की बिगड़ी हालत, सड़क पर ही चढ़ाया गया ग्लूकोज!

Kanpur News : छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) के गेट पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन (Kanpur Students Protest) कर रहे दो छात्रों की हालत गुरुवार को बिगड़ गई। साथी छात्रों ने एंबुलेंस बुलाई, लेकिन बीमार छात्र जाने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद धरना स्थल पर ही छात्रों को डॉक्टरों ने इंजेक्शन देने के बाद उन्हें ग्लूकोज के साथ दवाएं दीं।

अनुशासनहीनता में निष्कासित किये गए थे नौ छात्र

विश्वविद्यालय ने मारपीट और अनुशासनहीनता में नौ छात्रों को निष्कासित करने की कार्रवाई की थी। छात्रों की सजा पूरी होने के बाद भी उन्हें परीक्षा देने से मना किया गया था। इससे नाराज छात्रों ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (Chhatrapati Shahuji Maharaj University) के गेट पर गुरुवार को जमकर हंगामा किया। पहले वह विश्वविद्यालय के अंदर प्रदर्शन करना चाह रहे थे, लेकिन अंदर न जाने के कारण उन्होंने गेट पर धरना प्रदर्शन किया।

काफी देर तक चले इस प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन गेट पर ही उनसे मिलने आया। इस दौरान छात्रों ने कहा कि इससे पहले भी ज्ञापन सौंपा जा चुका है, लेकिन हम लोगों की समस्या नहीं सुनी जा रही है। यदि समस्या नहीं सुनी गई तो यह धरना जारी रहेगा। छात्रों ने गेट पर एक बैनर लगा रखा है, इसमें लिखा है ‘तनाशाह कानपुर विश्वविद्यालय प्रशासन के विरुद्ध विशाल धरना अनशन’।

अभिजीत और राहुल की बीगड़ी तबियत

धरने पर बैठे अभिजीत राय व उनके समर्थक राहुल शर्मा की हालत बिगड़ गई। दोनों को चक्कर, उल्टी और पेट दर्द की समस्या थी। अभिजीत ने कहा कि विश्वविद्यालय हमारे ऊपर जबरन धरना समाप्त करने का दबाव बना रहा है, लेकिन यह धरना अंतिम सांस तक जारी रहेगा।

मई में हुई थी कार्रवाई

विश्वविद्याल में बीटेक द्वितीय और चतुर्थ वर्ष के छात्रों के बीच मई 2023 में मारपीट हुई थी। इस प्रकरण में काल्याणपुर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो मई 2023 को नौ छात्रों को बर्खास्त कर दिसंबर तक के लिए छात्रावास से निष्काषित करने के साथ 20 हजार का जुर्माना भी लगाया था।

सजा पूरी होने के बाद भी नहीं हुई बहाली

छात्र अभिजीत राय ने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से दी गई सजा अब पूरी हो चुकी हैं। लेकिन, अभी भी छात्रों की बहाली नहीं की जा रही है। इससे हम लोगों का भविष्य खतरे में हैं। कुछ दिन पहले अपनी मांगों का ज्ञापन भी परीक्षा नियंत्रक को सौंपा था। अब तक बहाली नहीं की गई।

कुलसचिव ने जारी किया आदेश

कुलसचिव अनिल यादव ने छात्रों के प्रदर्शन के बाद आदेश जारी करते हुए कहा कि निष्कासित चल रहे छात्र अपनी छूटी हुई परीक्षाएं मई और जून में दे सकेंगे, लेकिन छात्र हॉस्टल से निष्कासित रहेंगे। अर्थदंड की सजा भी यथावत रहेगी।

यह है छात्रों की मांग

छात्रों ने कहा कि हमें अर्थदंड से मुक्त किया जाए, जो कि 20 हजार रुपये है। हमारे घर वालों को विश्वविद्यालय प्रशासन धमकाता है यह बंद किया जाए। इसके अलावा हॉस्टल में भी हमें प्रवेश दिया जाए।

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