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पीएम को इसलिए नहीं होती थकान, मोदी को ये मशीन रखती है ‘जवान’

Pm Modi
Pm Modi

(इनपुट: मोहसिन खान)

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Fake Oxygen Therapy Machine: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 में 20 घंटे बिना और बिना थके कैसे काम करते है और उनके चेहरे पर हमेशा चमक क्यों बनी रहती है, सवाल तो वाजिब है और उसका जवाब ये कि इज़राइल की टाइम मशीन से पीएम मोदी जवान दिखते है और ऑक्सीज़न थेरेपी लेकर अपनी उम्र से कम उम्र के दिखाई देते है। आप भी पढ़कर सोच रहे होंगे कि शायद कोई चमत्कारी मशीन होगी, जो बुजुर्गो को जवानी की दहलीज़ पर ले आती है, लेकिन ये सच नहीं है, बल्कि झूठ का पुलिंदा कानपुर के उस ठग दंपत्ति का है, जिन्होंने पीएम मोदी के नाम का इस्तेमाल करके बुजुर्गो को अपने जाल में फंसाया।

पीएम मोदी के नाम पर ऐसे फंसाते थे शिकार

कानपुर में बूढ़ों को जवान बनाने के नाम पर तकरीबन एक साल में 35 करोड़ की ठगी करके फरार हुए दंपत्ति राजीव और रश्मि ने पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम पर लोगो को अपने जाल में फांस लिया, दरअसल जिम में आने वाले लोगो से वो पूछते थे कि आपको पता है कि ‘मोदी जी इतने उर्जावान कैसे रहते है’ क्योंकि वो इजराइल आइम मशीन के जरिए ऑक्सीज़न थेरेपी लेते है। बस फिर क्या था बुजुर्ग फिर से जवान के चक्कर में जमा पूंजी गंवा बैठे, इतना ही नहीं जालसाजी का शिकार हुए बुजुर्गो ने जवान बनने के फेर में एक नई बिमारी को लाखों गवाने के बाद खरीद लिया, क्योंकि फ़र्जी मशीन से थेरेपी लेते लेते कई के तो चेहरे जल गए और कई चेहरों पर सफेद निशान पड़ गए। उधर जालसाज राजीव और रश्मि ने 6 हज़ार से लेकर 90 लाख तक की कैटेगरी में स्कीम चलाकर अपनी जेब इतनी गर्म कर ली कि अब पैसा कमाने की ओर जरूरत नहीं रह गई।

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ऐसे बनी फर्ज़ी ऑक्सीज़न थेरेपी मशीन

जालसाज दंपत्ति राजीव और रश्मि की कारगुजारियों का खुलासा उस वक्त हुआ जब वो करीब 35 करोड़ की ठगी करके रातो रात कानपुर से रफूचक्कर हो गए, पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई तो ऑक्सीज़न थेरेपी मशीन का सच भी सामने आ गया। दरअसल जिस मशीन को दंपत्ति बताते थे कि उन्होंने इसको इजराइल से मंगाया है, वो कानपुर के रायपुर रनिया में ही तैयार की गई थी। करीब ढाई लाख में तैयार हुई मशीन को बनाने के लिए एक लोहे की बॉडी को खरीदा गया और उसमें कुर्सियों को वेल्ड कराकर एक नकली प्लांट भी तैयार कर दिया गया और फिर लोगो को ये कहकर गुमराह किया गया कि इस हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी मशीन को इजराइल के वैज्ञानिकों ने बनाया है।

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