Kanpur News: कानपुर में सर्दी के तेवर तीखे होने लगे हैं। पश्चिमी हवाओं की दस्तक के साथ ही तापमान में गिरावट और कोहरे का कहर बढ़ गया है। शुक्रवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन और रात दर्ज किया गया है। वहीं प्रदूषण ने भी खतरनाक स्तर पर पहुंचकर हालात को और गंभीर बना दिया है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बढ़कर 229 हो गया है। सांस लेने में दिक्कतें पैदा कर सकता है। अगले 48 घंटे कोहरे और धुंध से राहत मिलने की उम्मीद कम है जिससे सर्दी और प्रदूषण की दोहरी मार झेलनी पड़ेगी।
30.6 डिग्री अधिकतम ,तो न्यूनतम 12.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा
कानपुर में अधिकतम पारा 32.5 डिग्री से गिरकर 30.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। इसके बावजूद यह सामान्य से अधिक रहा। इसी तरह न्यूनतम पारा 13.2 से गिरकर 12.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह सामान्य से कम रहा। यह दूसरा अवसर पर है जब न्यूनतम पारा सामान्य से नीचे आया है। अधिकतम पारा अब तक सीजन में सामान्य से नीचे नहीं आया है।
12 नवंबर से लगातार गिर रहा पारा
नवंबर में पश्चिमी या उत्तर पश्चिमी हवाएं न चलने से सर्दी नहीं पड़ी। जैसे ही पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू हुईं। 12 नवंबर से रात का पारा लगातार नीचे आ रहा है। इस दौरान कुल 4.6 डिग्री पारा गिरा। दिन का तापमान भी 12 नवंबर से गिर गया लेकिन तेजी से कमी नहीं आई। इस दौरान मिश्रित हवाएं चलीं।
तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरा घना होने लगा है, लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कोहरा घना होने लगा है। अगले 48 घंटों में कोहरा बढ़ सकता है। धुंध में वृद्धि होगी। पश्चिमी हवाएं चलने से सर्दी बढ़ेगी। तापमान में अधिक गिरावट नहीं आएगी। रातें दिन की अपेक्षा अधिक सर्द हैं।
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धूल-धुआं के कण खतरनाक स्तर पर पहुंचे
मौसम में बदलाव आते ही धूल-धुआं के कण खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगे हैं। शुक्रवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 229 हो गया। गुरुवार को यह इंडेक्स 202 था। पश्चिमी हवाएं चलने और नमी का प्रतिशत अधिक होने से धूल-धुएं के कणों की संख्या अधिक हो गई। नेहरू नगर सेंटर का एक्यूआई 264, किदवई नगर का 224 और एएसआई का 206 रहा।
हवा में धूल-धुएं के कण कई गुना
नेहरू नगर सेंटर में धूल-धुएं के कणों की अधिकतम संख्या 353 माइक्रोन प्रति घनमीटर (मानक 60) पहुंच गई। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी हवाएं चलने से धुंध बढ़ेगी। धूल-धुआं के कण नमी अधिक होने से नीचे की ओर हैं। डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मरीजों को बिना मास्क बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए।
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