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Thursday, October 17, 2024
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Kanpur : गैंगस्टर की जमानत के लिए नहीं थे रुपये तो मंदिर में की चोरी, 1 आरोपी गिरफ्तार!

Kanpur News : हरबंश मोहाल थानाक्षेत्र स्थित मंदिर में बड़े ही शातिराना दिमाग से चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। दरअसल गैंगस्टर के वांछित ने जेल जाने से पहले जमानत के इंतजाम के लिए मंदिर को अपना निशाना बनाया था।

आरोपी भगवान के बर्तन और गहने इस धोखे में ले गये कि वह सोने के हैं, लेकिन वह पीतल के निकले। मोटी रकम न पाने पर आरोपी पकड़े जाने के डर से जेल चला गया। पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत कैमरों की मदद से दूसरे आरोपी को जेल भेज दिया।

22 फरवरी की रात शातिरों ने दिया घटना को अंजाम

हूलागंज स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में 22 फरवरी की रात शातिरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। 23 फरवरी की सुबह पुजारी ने मंदिर खोला तो दानपात्र से रुपये गायब थे। वहीं मंदिर में रखे बर्तन और भगवान के कुछ गहने गायब मिले थे। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी तो वारदात सीसीटीवी में कैद मिली।

बाइक के नंबर से मिली सफलता

आरोपी जिस बाइक से आए थे पुलिस ने उसके नंबर की मदद से चोर को खोज निकाला। उसकी पहचान शिवली रोड कल्याणपुर निवासी आशीष बाजपेई उर्फ बब्लू और शिवराजपुर निवासी रामू ठाकुर के रूप में हुई। गिरफ्तारी के पुलिस ने आशीष के घर दबिश दी तो जानकारी हुई कि आरोपी कल्याणपुर थाने में दर्ज गैंगस्टर के मामले में जेल जा चुका है।

वारदात को अंजाम देकर आशीष जेल चला गया

सीडीआर की मदद से पुलिस ने मंगलवार को रामू ठाकुर को दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि गैंगस्टर एक्ट में वांछित होने के चलते आशीष की तलाश पुलिस को थी। उसे जमानत के लिये रुपयों का इंतजाम करना था जिसके चलते आशीष ने ही चोरी की वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी। वारदात को अंजाम देकर वह जेल चला गया।

पुलिस ने रामू के पास से चोरी के 19,300 रुपये, पुजारी का लैपटॉप, मोबाइल व घटना में इस्तेमाल बाइक व ताला तोड़ने के लिए उपयोग में लाए गए उपकरण बरामद कर लऐ हैं। इस संबंध में डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने मंदिर में ही चोरी की घटना का खुलासा किया।

सीसीटीवी की मदद से पुलिस को मिली जानकारी

बताया कि घटना के खुलासे में ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगाए कैमरों से पुलिस को दिशा मिल सकी। उन्होंने बताया कि आशीष बाजपेई की रिमांड के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। चोरी का कुछ सामान उसके पास है।

डीसीपी ने बताया कि आशीष के नंबर को जब ट्रूकॉलर पर डालकर देखा गया तो उसके नाम के आगे चोर लिखकर आने लगा। फुटेज से स्थिति और स्पष्ट हो गई। आरोपी के खिलाफ कल्याणपुर थाने में चोरी के कई मुकदमे हैं। वहीं बिठूर में हत्या के मुकदमें में भी आरोपी नामजद हैं।

दर्शन कर प्रसाद खाया और की रेकी

डीसीपी ने बताया कि शातिर आशीष ने तिरुपति बालाजी मंदिर को चोरी के लिए चुना था। आरोपी साथी ने बताया कि वह दोनों 22 फरवरी को मंदिर गए थे। इस दौरान मंदिर में तीन का महोत्सव चल रहा था। उन्हें जानकारी थी कि मंदिर में काफी चढ़ावा आया हुआ है। मंदिर में दर्शन और प्रसाद के बहाने वह पुजारी से भी मिले थे और पूरी रेकी की। इसके बाद चोरी की घटना को अंजाम दे दिया।

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