Kanpur News: जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर है, प्रदेश सरकार ने भी सभी विभागों को निर्देशित किया है की गंगा में गिर रहे नालो को एसटीपी के जरिए प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जाए। इसके बाद कानपुर में अभी भी कई ऐसे टैप और अनटैप्ड नाले है जो गंगा को दूषित कर रहे है, तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी पूरी जानकारी।
पेपरों में नाले कराये गए टैप हकीकत कुछ और
बता दे कि प्रदेश सरकार में नमामि गंगे योजना के तहत करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट से रानी घाट मैस्कर घाट, टपका नाला सीसामऊ नाला समेत अन्य नालों को टैप कराया था, लेकिन विभागों की लापरवाही के चलते आज भी मोक्षदायिनी मां गंगा में सीधे तौर पर नाले गिर रहे है। फिलहाल उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा का कहना है कि जिलाधिकारी कानपुर नगर के द्वारा 9 टीमों का गठन किया गया है।
एसटीपी प्लांट की करेगी निगरानी
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बता दें कि, यह टीमे जाजमऊ की टेनरियों समेत, एसटीपी प्लांट की भी निगरानी करेगी जिससे प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को निर्मल जल मिल सकें। फिलहाल देखने वाली बात होगी कि अधिकारियों के दावे कितने सही साबित होते हैं और गंगा में गिर रहे नालों पर कब रोक लगती है।
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