Kanpur News : शहर में चल रही ई-बसों में बिना टिकट यात्रा कराने का बड़ा घोटाला सामने आया है। मंडलायुक्त के निर्देश पर की गई ऑनलाइन ट्रैकिंग के दौरान 40 कंडक्टरों ने एक महीने में 5927 यात्रियों को बिना टिकट सफर कराया। जांच में यह घोटाला उजागर होने के बाद ई-बस सेवा के मुख्य संचालन अधिकारी रजनीश राजपूत ने सभी 40 कंडक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं और उन पर 26 लाख रुपये का पेनाल्टी लगाया गया है। यह राशि कंडक्टरों के वेतन, सिक्योरिटी और फंड से वसूली जाएगी।
एक महीने में 31 कंडक्टरों ने ढोए 100 से ज्यादा बेटिकट यात्री
नवंबर से दिसंबर के बीच ई-बसों की ऑनलाइन ट्रैकिंग के दौरान 40 कंडक्टरों में से 31 कंडक्टरों(Kanpur News) ने 100 से अधिक यात्रियों को बिना टिकट सफर कराया। एक कंडक्टर ने तो 428 यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करने दिया। यह साफ दर्शाता है कि हर कंडक्टर ने रोजाना औसतन 5 से 25 यात्रियों को बिना टिकट सफर कराया। जांच में यह भी सामने आया कि जबकि टिकट सुपरवाइजर रास्ते में चेकिंग करते थे, कंडक्टरों को बिना टिकट सफर कराते हुए पकड़ा नहीं गया। ऐसा पाया गया कि एक शिफ्ट में टिकट सुपरवाइजर ₹50 लेकर बस के भीतर यात्रियों की संख्या गिनने के बजाय नीचे ही बेवलपत्र पर मुहर लगा देते थे।
चार कंडक्टरों पर 6 लाख रुपये से ज्यादा पेनाल्टी
ई-बस सेवा में बर्खास्त किए गए 40 कंडक्टरों में से चार कंडक्टरों पर एक लाख रुपये से अधिक पेनाल्टी लगाई गई। कुलवंत यादव, सौरभ मिश्र, शुभम कुमार और अभिषेक कुमार पर कुल 6,13,800 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। मुख्य संचालन अधिकारी रजनीश राजपूत ने इस पेनाल्टी की पुष्टि की है।
बर्खास्त किए गए कंडक्टरों की सूची
ई-बस सेवा से बर्खास्त किए गए कंडक्टरों में कुलवंत यादव, सौरभ मिश्र, शुभम कुमार, अभिषेक कुमार, अंकित प्रताप, अनुराग शर्मा, अशोक कुमार, अजय प्रताप सिंह, अंकित सिंह गौतम, हर्ष प्रताप, धीरेंद्र सिंह, सुमित कश्यप, राघवेंद्र मिश्र, शिवम गुप्त, वीर प्रताप सिंह, रोहित कुमार, अभिताष, आमिर रजा, उत्कर्ष, अवनीश सिंह, अभिषेक सिंह, वीर विक्रम बहादुर, डेविज कुमार, दिलीप सिंह, अजय कुमार, सुभाष पाल, नीरज सिंह, अंकित कुमार, देवेश सिंह, पंकज यादव, पवन, अमित सिंह, अभिषेक, अनुराग, अरुण कुमार, सुबोध कुमार, श्रीमती आरती शर्मा, श्रीश कुमार, फिरदौश और शिवम कुमार शामिल हैं। इनमें से 60 फीसदी ने तो नोटिस का जवाब भी नहीं दिया।
यह भी पढ़ें : बड़े पान मसाला कारोबारी को मिली धमकी, जांच में जुटी पुलिस
राजस्व में कमी और ई-बसों की ऑनलाइन ट्रैकिंग की अहमियत
इन कंडक्टरों के खिलाफ की गई कार्रवाई से यह भी सामने आया कि इनके द्वारा बिना टिकट यात्रियों को ढोने से राजस्व में भारी कमी हो रही थी। ऑनलाइन ट्रैकिंग की प्रक्रिया के बाद यह साबित हो गया कि कंडक्टरों ने जानबूझकर बिना टिकट यात्रियों को सफर कराया। ई-बसों की ऑनलाइन ट्रैकिंग के जरिए यह पहला मामला सामने आया है, जहां इस तरह की चोरियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। अब किसी भी कंडक्टर पर आरोप नहीं लगाया जा सकता कि उसे बेवजह फंसाया गया हो, क्योंकि अब इस मामले में प्रमाण मौजूद हैं।
आगे की कार्रवाई
कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया है, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो सके। इन कंडक्टरों के खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस को भी सूचित किया गया है और मामले की गहन जांच जारी है।