Kanpur News : कानपुर के ऐतिहासिक हटिया गंगा मेला में इस साल भी रंगों का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने रज्जन बाबू पार्क में तिरंगा झंडा फहराया और इस अवसर पर कहा कि अनुराधा नक्षत्र में मनाए जाने वाला गंगा मेला कानपुर की सांस्कृतिक विरासत और जीवंतता का प्रतीक है। उन्होंने यह भी बताया कि किसी जिलाधिकारी ने 1942 में होली को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन यह परंपरा जारी रखी गई है। उन्होंने जनपदवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
गंगा मेला की ऐतिहासिक परंपरा
होली मेला के बाद अनुराधा नक्षत्र पर गंगा मेला का आयोजन किया जाता है, जो शहर के सांस्कृतिक उत्सवों का प्रमुख हिस्सा है। इस दिन रज्जन बाबू पार्क से रंगों का ठेला निकाला जाता है, जो शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरता है। शाम को सरसैय्या घाट पर सामाजिक संगठनों के शिविर लगाए जाते हैं और पार्क में बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह पर्व पूरी तरह से जोश और उत्साह से भरा होता है।
ऐसे हुई उत्सव की शुरुआत
गंगा मेला की शुरुआत इस साल भी विशेष रूप से क्रांतिकारियों को पुष्पांजलि अर्पित करने और ध्वजारोहण के साथ की गई। कानपुर हटिया होली मेला (गंगा मेला) महोत्सव कमेटी के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र विश्नोई ने बताया कि इसके बाद रंगों का ठेला रवाना किया गया, जो शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरता हुआ रज्जन बाबू पार्क में समाप्त हुआ। इस मौके पर क्षेत्रीय लोगों के बीच बेहद खुशी और उत्साह का माहौल देखा गया।
रंगों के ठेले की यात्रा
रंगों का ठेला रज्जन बाबू पार्क से निकलकर जनरलगंज बाजार, मनीराम बगिया, मेस्टन रोड, चौक, टोपी बाजार, कोतवालेश्वर मन्दिर चौक, चौक सर्राफा, बीच वाला मंदिर, मेस्टन रोड, कोतवाली चौराहा, संगम लाल मंदिर, कमला टावर, फीलखाना, बिरहाना रोड, नयागंज चौराहा, शतरंगी मोहाल, लाठी मोहाल, जनरलगंज बाजार होते हुए फिर रज्जन बाबू पार्क में आकर समाप्त होता है। इस यात्रा के दौरान शहरवासी रंगों में रंगकर इस त्योहार का आनंद लेते हैं।
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रंगों के इस उत्सव के बाद रज्जन बाबू पार्क में मेला आयोजित किया जाता है, जहां पर लोग एकजुट होकर इस उत्सव का आनंद लेते हैं। यह मेले का हिस्सा बनना हर किसी के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है। इस पूरे उत्सव के दौरान कानपुर के लोग अपने सांस्कृतिक धरोहर को प्रकट करते हैं और पूरे शहर में रंग-बिरंगे फूलों का बिखराव होता है।