- विज्ञापन -
Home Crime चलती बाइक पर चाकू से हमला कर पेट्रोल पम्प मैनेजर से लूटा...

चलती बाइक पर चाकू से हमला कर पेट्रोल पम्प मैनेजर से लूटा कैश, सड़क पर गिरकर हो गए थे जख्मी

Kanpur Crime

Kanpur Crime : बेखौफ़ लुटेरों ने सोमवार देर रात पनकी मंदिर पुलिस चौकी से महज 200 कदम की दूरी पर पेट्रोल पंप मैनेजर पर पीछे से चाकू से हमला कर उन्हें गिरा दिया और 78 हजार रुपये लूट लिए। बाइक अनियंत्रित हो जाने के कारण मैनेजर सड़क पर गिरकर जख्मी हो गया। पीड़ित ने पंप मालिक को फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और लुटेरों की तलाश में जुट गई।

पेट्रोल पम्प से रुपये लेकर मालिक के घर जा रहे थे देने

- विज्ञापन -

पनकी ई ब्लॉक निवासी कुसुमलता का रतनपुर के शताब्दी नगर में कैलाश एनर्जी कॉरपोरेशन के नाम से पेट्रोल पंप है। रावतपुर निवासी हीरा प्रसाद उनके पेट्रोल पंप में मैनेजर हैं। हीरा प्रसाद रोजाना की तरह सोमवार रात नौ बजे पेट्रोल पंप से सारा हिसाब-किताब करने के बाद 78 हजार रुपये लेकर मालिक के घर जा रहे थे। रुपये बैग में रखे थे। हीरा प्रसाद पनकी मंदिर चौकी से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित नए पुल पर ही पहुंचे थे तभी पीछे से आए बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनके पीठ में चाकू से एक के बाद एक कई वार कर दिए।

इस घटना से हीरा प्रसाद की बाइक अनियंत्रित हो गई और वह सड़क पर गिरकर जख्मी हो गए। इस दौरान बदमाशों ने उनके हाथ से बैग छीना और फरार हो गए। पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने बताया कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली जा रही है। आरोपित जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

यह भी पढ़ें : कौन हैं निमिषा प्रिया, यमन में क्यों दी जा रही सजा-ए-मौत, भारत से क्या है कनेक्शन

जैकेट और स्वेटर ने बचाई जान

लुटेरों ने पंप मैनेजर की पीठ पर पीछे से चाकू से कई जोरदार वार किए। सर्दी होने के कारण उन्होंने जैकेट पहन रखी थी। इसके अंदर से दो स्वेटर पहने हुए थे। इसी के चलते चाकू उनके नहीं लगा। हालांकि चाकू लगने से जैकेट और स्वेटर जरूर फट गए।

बदमाशों को पहले से पता था मैनेजर का रूट

वारदात को अंजाम देने के पहले लुटेरों ने पंप मैनेजर की रेकी की थी। क्योंकि लुटेरों को यह पता था कि मैनेजर रोज वारदात के समय ही दिन भर का नकद रुपया बैग में रखकर पनकी ई-ब्लॉक में रहने वाले मलिक के घर देने जाते हैं। लुटेरों को मैनेजर का रूट भी पता था। उन्होंने घटना को अंजाम देने के लिए स्थान भी पहले से तय कर रखा था।

- विज्ञापन -
Exit mobile version