Kanpur : गर्मी शुरू होते ही आग लगने की घटना होने लगी हैं। भीषण गर्मी अप्रैल के महीने में ही मई और जून की याद दिला रही है। ऐसे में अभी से खेतों में आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं कानपुर के घाटमपुर में संदिग्ध हालत में लगी आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते सैकडों बीघा गेहूं की फसल धू-धू कर जलने लगी, जिससे कई गावों की करीब एक हजार बीघा फसल जलने की बात सामने आ रही है।
आग की सूचना पर अग्निशमन विभाग की लगभग एक दर्जन गाडियां आग (Kanpur Fire News) पर काबू पाने के लिए फायर स्टेशन से निकाली गई। वहीं कानपुर नगर, घाटमपुर और अन्य स्टेशनों से भी गाडियां मौके पर बुलाई गई।
कानपुर के तमाम अधिकारियों का मौके पर तांता लग गया और आग पर काबू पाने में फायर टीम के पसीने छूट गए। क्योंकि आग किसी बिल्डिंग में नहीं बल्कि खेतों में लगी थी। जहां आसानी से दमकल की गाड़ियां नही पहुंच पा रही थी और तेज हवा चलने के कारण आग आगे बढ़ती जा रही थी।
घंटों मेहनत के बाद आग पर पाया काबू
अग्निशमन अधिकारी दीपक कुमार ने कहा आग को लेकर मौके पर पहुंचे पुलिस और अग्निशमन अधिकारियों ने घंटों कड़ी मेहनत के बाद काबू पाया। वहीं सीएफओ ने बताया कि आग संदिग्ध अवस्था में लगी गर्मी के मौसम में आग कब लग जाती है, इसका अंदाजा किसी को नही होता।
जैसे ही आग की सूचना मिली, वैसे ही एक दर्जन दमकल की गाड़ियां स्टेशनों से रवाना कर दी गई। आग विकराल रूप ले चुकी थी और काबू पाने में समय लगा हमारी प्राथमिकता थी कि जल रही फसल के साथ साथ गांवों तक पहुंचने वाली आग को रोक दिया जाए। अगर आग गांवों तक पहुंच जाती तो बड़ी जनहानि हो सकती थी।
पांच गांवों में फैली थी आग
घाटमपुर तहसील के सरैया, मुखिया, श्रीनगर, चौबेपुर, नवेड़ी सहित पांच गांवों में खेतों में लगी भीषण आग से लगभग एक हजार बीघा गेहूं की फसल जलकर (Kanpur News) राख हो गई। आग इतनी भीषण थी कि हमीरपुर, कानपुर नगर, नेयवेली पावर प्लांट, कानपुर देहात से दमकलें बुलानी पड़ीं।
फायर ब्रिगेड की गाड़ी देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए खेतों में लगे नलकूपों को चलवा कर आग पर काबू करने का प्रयास किया। ग्रामीणों का आरोप है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ी समय से न पहुंचने के कारण इतना भारी नुकसान हुआ।
आक्रोशित किसानों ने लगाया जाम
आक्रोशित किसानों ने घाटमपुर-भोगनीपुर मार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे एसीपी रंजीत कुमार सिंह व तहसीलदार लक्ष्मीकांत वाजपेई, थानाध्यक्ष घाटमपुर प्रदीप कुमार सिंह, थानाध्यक्ष रेउना अवधेश कुमार श्रीवास्तव आदि ने आक्रोशित किसानों को समझाया। नुकसान की भरपाई करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया।