Kanpur News: कानपुर में समाजवादी पार्टी की एक बैठक के दौरान जमकर हंगामा हो गया। सीसामऊ विधानसभा सीट के उपचुनाव की तैयारी को लेकर शुक्रवार को यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक में विधायक हसन रूमी और अमिताभ बाजपेई का नाम बैनर पर नहीं था, जिससे विवाद शुरू हो गया। जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने दोनों विधायकों पर आरोप लगाए, जिससे बहस और बढ़ गई। सुरक्षाकर्मियों के आने से मामला शांत हुआ था.
क्या है पूरा मामला?
चमनगंज के शहनाई गेस्ट हाउस में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी संगठन की बैठक रखी गई थी. बैठक में सीसामऊ विधानसभा सीट से उपचुनाव की प्रत्याशी नसीम सोलंकी, विधायक हसन रूमी और अमिताभ बाजपेई सहित अन्य नेता शामिल थे। बैठक में कार्यकर्ताओं की कम संख्या देखकर प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल नाराज हो गए और बैठक की गिनती कराने लगे. मीटिंग में माहौल गरमाने लगा था.गुस्से में आकर लोग वहा से निकलने लगे जिसे परिस्थति और गंभीर होने लगी थी.
क्यों गुस्से में निकले विधायक
मीटिंग के चलते मांग उठी कि roadshow निकालना चाहिए क्यूंकि इससे ही 2022 में सपा 3 सीटें जीत पायी थी. मौजूदा नेताओं ने इस बात को इंकार करते हुए कहा कि चुनाव अपने दम पर जीता गया था. मीटिंग की बात-चीत बहस में बदल गई और लोग आक्रोश में वहा से जाने लगे. बहस के बीच अमिताभ और प्रदेश अध्यक्ष उठ कर निकल गए. मंच पर ही विधायक और जिलाध्यक्ष लड़ने लगे. माहोल इस लिए खराब हुआ क्योंकि जिलाध्यक्ष कहते रहे कि विधायक चुनाव हरवा देंगे।जब विधायकों ने समझाने की कोशिश की तो जिलाध्यक्ष ने कहा, तमीज में रहिए। इन्ही बातों के चलते विधायक गुस्से में वहा से चले गए.
सुत्रों के मुताबिक अमिताभ और जिलाध्यक्ष फजल महमूद के बीच पिछले कई महीनों से लड़ाई जारी है।